हरियाणा में ओलावृष्टि से हुए नुकसान की सीएम नायब सैनी ने मांगी रिपोर्ट, किसानों को मिलेगा मुआवजा

पिछले दो दिनों से हो रही बारिश और ओलावृष्टि से फसलों में नुकसान होने पर हरियाणा सरकार ने रिपोर्ट मांग ली है हरियाणा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आज कैबिनेट मीटिंग के बाद कहा कि इस मामले में सभी डिप्टी कमिश्नर को इस बारे में आदेश जारी कर दिए गए हैं जिन किसानों का पहले से बीमा करवाया हुआ है उन्हें कंपनी के द्वारा बीमा क्लेम दिलवाया जाएगा और जिन किसानों का बीमा नहीं करवाया हुआ है उन्हें सरकार के द्वारा मुआवजा दिया जाएगा।
पिछले दो दिनों से हुई ओलावृष्टि से हिसार और फतेहाबाद के 65 गांव में चना, सरसों, सब्जी की फसल बर्बाद हो गई है इसके अलावा रेवाड़ी कैथल और महेंद्रगढ़ में कुछ जगह ओले गिरने से फसलों का भारी नुकसान हुआ है।
आज हरियाणा में लगातार तीसरे दिन भी पानीपत, करनाल ,सोनीपत और कुरुक्षेत्र में रुक-रुक कर बारिश हो रही है फतेहाबाद सिरसा और महेंद्रगढ़ समेत कई जगह बादल छाए हुए हैं शीत लहर चल रही है।
मौसम विभाग ने करनाल, पंचकूला ,कुरुक्षेत्र ,अंबाला, यमुनानगर में हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया हुआ है यहां ओलावृष्टि की भी अधिक संभावना जताई जा रही है।
सिरसा हिसार में दिसंबर महीने की बारिश का 35 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया है जिले में 24 घंटे में 12 से 13 एमएम बारिश दर्ज की गई है मौसम विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार पीछे 2017 में दिसंबर महीने में 8 एमएम बारिश दर्ज की गई थी वर्ष 1989 में 10 दिसंबर को 24 घंटे में 100 एमएम बारिश दर्ज की गई थी।
हिसार, फतेहाबाद, सिरसा में फसले सड़ी
हिसार के लगभग 50 गांव में ओलावृष्टि से अत्यधिक नुकसान हुआ है ओलावृष्टि से फसली पूरी तरह से खराब हो गई । सबसे ज्यादा नुकसान सरसों गेहूं चने की फसलों में हुआ है इसके अलावा हांसी क्षेत्र में सब्जी की फसलों को भी अधिक नुकसान पहुंचा है।
फतेहाबाद में ओलावृष्टि से 16 गांव में सब्जी ,गेहूं ,चने ,सरसों की फसल को काफी नुकसान हुआ है साथ ही चारे की फसल को भी ओलावृष्टि ने तहस-नहस कर दिया है । सिरसा में भी कई गांव में फसल में ज्यादा पानी भर जाने से फसल खराब होने के डर से पानी खेत से बाहर निकल गया है।
27 दिसंबर को 5 जिलों में गिरे भारी ओले
सिरसा, हिसार ,फतेहाबाद भिवानी तथा कैथल जिले के कई गांव में 27 दिसंबर को भारी ओलावृष्टि हुई, इससे फैसले पूरी तरह खराब हो गई, सबसे अधिक नुकसान चने और सरसों में बताया जा रहा है ।इसके अलावा सब्जियों की फसल भी इन जिलों में पूरी तरह खराब हो गई है।