Rain update in Jind: जींद में भारी बारिश से किसानों के चेहरे खिले, देखिए किस क्षेत्र में कितनी हुई बारिश

Weather Update : जींद में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते जिले में पिछले 24 घंटो को दौरान औसतन 22.28 एमएम बारिश हुई है। जिससे किसानों के चेहरे खिल उठे हैं और अब उनकी फसल में सिंचाई को लेकर पानी व्यवस्था की चिंता दूर हुई है। वहीं वर्षा होने से एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) में काफी सुधार हुआ है। एक्यूआइ 400 के पार पहुंच रहा था। जिसके चलते आमजन को परेशानी हो रही थी। शुक्रवार को हुई बारिश ने प्रदूषण की समस्या को दूर किया है। आसमान में जमा प्रदूषण के कण धुल गए हैं। पेड़ों के पत्तों पर जमा धूल भी हट गई है। पत्तों पर धूल जमने की वजह से पेड़-पौधे पूरी क्षमता से कार्बन डाइआक्साइड लेकर आक्सीजन नहीं छोड़ पाते हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की साइट पर पिछले नौ दिन से एक्यूआइ का डाटा उपलब्ध नही है। हालांकि वर्षा के बाद वातावरण में फर्क साफ नजर आ रहा है।
जिले में सबसे ज्यादा 39 एमएम बारिश जुलाना ब्लॉक में दर्ज की गई है। उचाना के कुछ गांवों में हुई ओलावृष्टि ने जरूर चिंता बढाई। दिसंबर माह के अंत में हुई बारिश से सूखी ठड से राहत मिली है, साथ में बिजी गई रबी फसलों के लिए काफी फायदेमंद साबित हुई है। फसलों को ग्रोथ के साथ उनका फुटाव भी अच्छा होगा। शनिवार को अधिकतम तापमान 18 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान नौ डिग्री दर्ज किया गया, जबकि मौसम में आद्रता 80 प्रतिशत तथा हवा की गति आठ किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार आकाश में आंशिक बादलवाई भी दिखाई देगी। कोहरे का असर भी देखने को मिलेगा और ठंड मे भी बढेगी।
छाए रहे बादल, सूर्य देव के दोपहर बाद हुए दर्शन
शुक्रवार को शुरू हुई रूक-रूक बारिश का सिलसिल देर रात तक जारी रहा। शनिवार को दिन का आगाज आकाश में छाए गहरे बादलों के साथ हुआ। जबकि हवा गति में उतार चढाव बना रहा। जिसके चलते ठिठुरन का अहसास होता रहा। दोपहर बाद सूर्य देवता के दर्शन हुए। न्यूनतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। लोग गर्म कपडों में लिपटे नजर आए। बादलों के छाए रहने से बारिश के आसार भी बने रहे। लोगों ने जल्दी से कामकाज निपटाए और जल्दी घरों में लौट गए।
जुलाना में सबसे ज्यादा 39 एमएम बारिश, पानी की कमी को किया पूरा
जींद जिले में करीब 2.15 लाख हेक्टेयर में गेहूं की फसल खड़ी है। अगेती फसल में दूसरी बार सिंचाई का समय आ चुका था। वहीं पछेती फसल में किसानों को पहली सिंचाई करनी थी। अब वर्षा होने से सिंचाई की पूर्ति होने के साथ-साथ फसल में फुटाव भी ज्यादा होगा। रबी फसल बिजाई के बाद से जिले में अच्छी बारिश की दरकार किसानों को थी। सूखी ठंड ने किसानों को बेहाल कर दिया था। धुंध तथा कोहरा भी नही पड़ रहा था। अब हुई बारिश ने काफी हद तक फसलों मे पानी की कमी को पूरा कर दिया है। पिछले 24 घंटों के दौरान जुलाना में 39 एमएम, जींद में 20.7 एमएम, नरवाना में 26 एमएम, सफीदों में 15 एमएम, उचाना में 21 एमएम, पिल्लूखेड़ा में 14 एमएम, अलेवा मे 20.6 एमएम बारिश दर्ज की गई है। बारिश से फसलों को अच्छी ग्रोथ मिलने के साथ फुटाव भी अच्छा होगा। मौसम विभाग के अनुसार आगे मौसम शुष्क तथा परिवर्तनशील बना रहेगा। बादलवाई के साथ कोहरे का असर भी देखने को मिलेगा। पहाडों की तरफ से चलने वाली हवा ठंड को और कडक होगी। जिसके चलते तापमान में भी गिरावट आएगी। मौसम वैज्ञानिक डा. राजेश ने बताया कि आगे मौसम शुष्क तथा परिवर्तनशील रहेगा। बादलवाई के साथ कोहरा के आसार बन रहे हैं। बारिश से फसलों को काफी फायदा पहुंचा है। किसान अपने खेतों में नजर बनाए रखें। नमी से बीमारी की सभावना बन जाती है। किसान कृषि विशेषज्ञों से सलाह ले।