Haryana News: सरकार तुरंत करे 2320 रुपए प्रति क्विंटल धान की खरीद, उठान व भुगतान, मुख्यमंत्री निभाए अपने वादे
Haryana News: हरियाणा प्रदेश के जींद में व्यापारी प्रतिनिधियों की एक आवश्यक मीटिंग हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कॉन्फैड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग की अध्यक्षता में हुई। इस मीटिंग में व्यापारी व किसानों की समस्या पर विचार-विमर्श किया गया। व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने उपस्थित व्यापारी प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि धान खरीद में करोड़ों रुपए का घोटाला हुआ है।
सरकार को धान खरीद घोटाले की सीबीआई एजेंसी से जांच करवानी चाहिए जबकि धान की 2320 रुपए एमएसपी होने के बावजूद धान खरीद का पैसा किसानों को 100 रुपए से लेकर 350 रुपए प्रति क्विंटल तक कम मिला है और आज भी किसानों का धान एमएसपी पर नहीं खरीदा जा रहा है। किसान मंडियों में 40 दिनों से अपनी धान बेचने के लिए धक्के खा रहा है। बजरंग गर्ग ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने घोषणा की थी कि वह धान की खरीद 10 अक्टूबर से 3100 रुपए प्रति क्विंटल की जाएगी मगर सरकार 2320 रुपए प्रति क्विंटल धान तो खरीद नहीं कर रही 3100 रुपए प्रति क्विंटल धान क्या खरीदेगी।
मुख्यमंत्री द्वारा 3100 रुपए प्रति क्विंटल धान खरीद करने की घोषणा झूठ का पुलिंदा सिद्ध हुआ है। बजरंग गर्ग ने कहा कि अगली फसल बिजाई के लिए किसान खाद लेने के लिए धक्के खा रहा है। खाद लेने के लिए माताएं, बहनें, किसान सुबह 4:00 बजे से देर रात तक लाइनों में लग रहे है। उसके बावजूद भी किसानों को खाद नहीं मिल रही है। बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार को किसान की 2320 रुपए प्रति क्विंटल धान की खरीद, उठान व तुरंत भुगतान करना चाहिए उसके साथ-साथ आढ़तियों की आढ़त व मजदूरों की मजदूरी भी 72 घंटे में करनी चाहिए।
धान खरीद घोटाले में जो सरकारी अधिकारी शामिल है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। अनाज मंडियां धान से भरी हुई है। सरकार को अपने वादे के अनुसार धान खरीद, उठान व भुगतान 72 घंटे में करना चाहिए जबकि सरकार एसएसपी पर धान खरीदने व खाद देने में विफल सिद्ध हुई है। इस अवसर पर व्यापार मंडल प्रदेश प्रवक्ता राजकुमार गोयल, वैश्य समाज जिला प्रधान ईश्वर गोयल, जुलाना प्रधान पतराम, तायल, उप प्रधान रामविलास मित्तल प्रदेश सचिव निरंजन गोयल, युवा प्रधान,नीरज गोयल, कैलाश गोयल, पवन बंसल, आदि प्रतिनिधि ने अपने विचार रखें।