{"vars":{"id": "114287:4880"}}

नरवाना शहर में दो माह से बंद पड़ी ट्रैफिक लाइटें, पार्षद ने पटियाला से ठेकेदार बुलाकर करवाईं ठीक

नरवाना शहर में नगर परिषद द्वारा दिल्ली-पटियाला नेशनल हाईवे पर शहर के पुराने बस स्टैंड, विश्वकर्मा चौक व लघु सचिवालय परिसर के पास मोड़ पर 45 लाख रुपए से से ट्रैफिक लाइटों को लगवाया हुआ है। कुछ समय तो ठीक ठाक जलीं लेकिन उसके बाद इनमें खराबी होना शुरू हो गई।
 

Narwana News: नरवाना शहर में नगर परिषद द्वारा दिल्ली-पटियाला नेशनल हाईवे पर शहर के पुराने बस स्टैंड, विश्वकर्मा चौक व लघु सचिवालय परिसर के पास मोड़ पर 45 लाख रुपए से से ट्रैफिक लाइटों को लगवाया हुआ है। कुछ समय तो ठीक ठाक जलीं लेकिन उसके बाद इनमें खराबी होना शुरू हो गई। अब हाल ही में लगातार दो महीने से तो यह बिल्कुल भी नहीं जल रही थी, जिसकी वजह से यहां हादसों की आशंका बढ़ी हुई थी। 

वार्ड के पार्षद आशुतोष शर्मा ने खुद पटियाला से फर्म के ठेकेदार को बुलाकर तीनों चौक पर लगी लाइटों को ठीक करवाया। किसी चौक पर कुछ तो किसी पर कुछ फॉल्ट आया हुआ था। वार्ड पार्षद ने बताया कि यह लाइटें दो महीने से खराब पड़ी हुई थी। इनको ठीक करवाने को लेकर कई बार नगर परिषद कार्यालय में अर्जी भी लगाई गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आखिर में खुद ही पटियाला से फर्म के ठेकेदार को बुलाकर ठीक करवाया गया है। पार्षद ने यह भी बताया कि इनके खराब होने का मुख्य कारण यह है कि जो ट्रैफिक पुलिस के कर्मचारी है वह कभी इन्हें खोल देते हैं तो कभी बंद कर देते हैं, जिसकी वजह से यह खराब हो गई। 

फर्म के ठेकेदार ने जैसे ही सबसे पहले पुराने बस स्टैंड पर लगे लाइटों के बाक्स को खोला तो यहां लगे मुख्य उपकरण में खराबी मिली। जिसको बाहर निकालकर दिखाया गया। फर्म ठेकेदार ने भी बताया कि जो यह उपकरण है, बहुत महंगा और मुख्य उपकरण होता है। ट्रैफिक लाइटों को बंद करने व खोलने के चलते यह खराब हुआ है। पुराने बस स्टैंड से ठीक करने के बाद फिर विश्वकर्मा चौक और फिर कोर्ट के पास लगे मोड पर लगी लाइटों को भी ठीक किया गया।