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Haryana News: स्कूलों में जल्द सुधरेंगे शौचालयों के हालात, डीईओ करेंगे निरीक्षण

हरियाणा प्रदेश के राजकीय स्कूलों में विद्यार्थियों की बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। सेकेंडरी शिक्षा हरियाणा निदेशालय पंचकूला की ओर से राज्य के सभी राजकीय विद्यालयों में शौचालयों के निर्माण एवं उनके उचित रखरखाव को लेकर सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। इन निर्देशों के लागू होने से जिले के स्कूलों में शौचालयों की बदहाल स्थिति में शीघ्र सुधार होने की उम्मीद है।
 

Haryana News: हरियाणा प्रदेश के राजकीय स्कूलों में विद्यार्थियों की बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। सेकेंडरी शिक्षा हरियाणा निदेशालय पंचकूला की ओर से राज्य के सभी राजकीय विद्यालयों में शौचालयों के निर्माण एवं उनके उचित रखरखाव को लेकर सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। इन निर्देशों के लागू होने से जिले के स्कूलों में शौचालयों की बदहाल स्थिति में शीघ्र सुधार होने की उम्मीद है। निदेशालय द्वारा जारी आदेशों में वे स्पष्ट किया गया है कि सभी राजकीय विद्यालयों में छात्र और छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय होना अनिवार्य है और पूरी तरह क्रियाशील अवस्था में होने चाहिए। लंबे समय से कई स्कूलों में शौचालयों की कमी, खराब हालत और साफ-सफाई के अभाव की शिकायतें सामने आ रही थीं, जिसके चलते विद्यार्थियों, विशेषकर छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ता था। अब इन समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर दूर करने के निर्देश दिए गए हैं। 

विद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं मुख्याध्यापक सुनिश्चित करेंगे शौचायलयों की सफाई व्यवस्था

विद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं मुख्याध्यापक यह सुनिश्चित करेंगे कि शौचालयों में नियमित साफ-सफाई हो तथा पानी की पर्याप्त व्यवस्था हर समय बनी रहे। किसी भी स्तर पर लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। इसके साथ ही शौचालयों की स्थिति की नियमित निगरानी के लिए निरीक्षण व्यवस्था को भी सुदृढ़ किया गया है। निदेशालय ने जिला शिक्षा अधिकारियों और जिला समन्वय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे हर माह अपने अधिकार क्षेत्र में स्थित कम से कम 10 प्रतिशत विद्यालयों का निरीक्षण करें। इस निरीक्षण में विशेष रूप से शौचालयों की साफ-सफाई, पानी की उपलब्धता और रखरखाव की स्थिति की जांच की जाएगी।

शौचालयों के निरीक्षण के बाद प्रविष्टि निरीक्षण रजिस्टर में दर्ज करना अनिवार्य

खंड शिक्षा अधिकारियों को भी प्रत्येक माह कम से कम 5 प्रतिशत विद्यालयों का निरीक्षण करना होगा। निरीक्षण के दौरान यदि किसी विद्यालय में शौचालयों की स्थिति असंतोषजनक पाई जाती है, तो तुरंत सुधारात्मक कदम उठाने के साथ-साथ आवश्यक अनुशासनात्मक कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी। इसके अलावा प्रधानाचार्य और मुख्याध्यापक को निर्देश दिए गए हैं कि शौचालयों के निरीक्षण के बाद उसकी प्रविष्टि निरीक्षण रजिस्टर में दर्ज करना अनिवार्य होगा, ताकि भविष्य में जवाबदेही तय की जा सके। शिक्षा विभाग का मानना है कि इन सख्त निर्देशों के लागू होने से जींद जिले सहित पूरे प्रदेश के सरकारी स्कूलों में स्वच्छता व्यवस्था में सुधार होगा और विद्यार्थियों को एक सुरक्षित व स्वच्छ वातावरण मिल सकेगा।