Current account: करंट अकाउंट किस लिए खुलवाया जाता है, जाने इसके पीछे के 5 वजह

Current account: आजकल हर व्यक्ति का सेविंग ओर करंट खाता किसी ना किसी बैंक में जरूर मिलता है ज्यादातर लोग अपने लेनदेन के सेविंग खाते ओर करंट खाते का इस्तेमाल करते है सेविंग खाता अपनी बचत की पूंजी को जमा करने के विकल्प होता है और करंट खाता बिजनेस से जुड़ी वित्तीय लेनदेन का विकल्प होता है जब भी हम किसी बैंक में खाता खुलवाते है तो हमें यह जान लेना आवश्यक है कि कौनसा खाता खुलवाए। सेविंग खाता नॉर्मल बचत को सेविंग करने का विकल्प होता है और करंट खाता अपने बिजनेस से जुड़ी लेनदेन का विकल्प होता है। बैंक में जब भी आप सेविंग ओर करंट खाता खुलवाने के लिए जाते है तो बैंक आपको अपनी लेनदेन से जुड़ी जानकारी के बारे में बातचीत करता है कि आपको कैसा खाता चाहिए। बैंक अधिकारी आपसे सेविंग खाते में लेनदेन के बारे में पूछताछ कर सकता है।
सेविंग खाता क्या होता है
जैसा कि नाम से पता चलता है सेविंग खाता व्यक्तिगत बचत खाता विकल्प होता है। सेविंग खाते में व्यक्ति अपना बचत की राशि को जमा कर सकता है। गौर करने वाली बात यह है कि सेविंग अकाउंट में किसी प्रकार के न्यूनतम बैलेंस से लेकर अलग अलग बैंक के अलग नियम है बैंक में जीरो बैलेंस से लेकर 25 हजार तक बैलेंस रखना होता है।
ज्यादातर बैंकों में न्यूनतम बैंक बैलेंस रखने की जरूरत होती है। सेविंग अकाउंट में जो ब्याज दर मिलती है। वह सैलरी अकाउंट की तुलना में कम होती है। सेविंग अकाउंट में आपको चेकबुक, डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं।
करंट खाता क्या होता है
करंट खाता में बिजनेस में हर रोज होने वाली लेनदेन करने का विकल्प होता है जिसमे व्यक्ति अपने बिजनेस से जुड़ी हजारो की लेनदेन कर सकता है बैंक आपको करंट खाते में लेनदेन से जुड़ी ट्रांजैक्शन कर सकता है सेविंग खाते के मुकाबले करंट खाते में ट्रांजैक्शन की कोई लिमिट नहीं होती है करंट खाते में ग्राहक अपनी मर्जी के अनुसार ट्रांजैक्शन कर सकता है।