44 हजार 479 किसान डिफाल्टर, बकाया राशि 356 करोड़, 10 जनवरी से थमाएंगे नोटिस
Mandsaur News: मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में न्यूनतम 54 हजार से लेकर अधिकतम 3 लाख रुपए का कर्जा लिया और बाद में राशि ही नहीं चुकाई। जिले के ऐसे 44 हजार 479 किसानों की सूची को जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मुख्यालय में अंतिम रूप दे दिया है। इन तमाम डिफाल्टरों पर बैंक का 356 करोड़ रुपए बकाया है। सूची में लगभग 4 साल या उससे पुराने किसानों के भी नाम हैं। ये सभी जिले की 104 सोसाइटियों से जुड़े खाताधारक हैं। संबंधितों को बैंक प्रबंधन पहले भी अवगत करा चुका है, अब नोटिस थमाए जाना हैं। ये प्रक्रिया राजस्व विभाग के जरिए की जाएगी। तय हुआ है कि रबी सीजन की समाप्ति के साथ ही 10 जनवरी से नोटिस देने की शुरुआत कर दी जाएगी।
सहकारी केंद्रीय बैंक की मुख्य शाखा के दायरे में जिले के मंदसौर ब्लॉक, सीतामऊ, मल्हारगढ़, गरोठ व भानपुरा ब्लॉक के डिफाल्टरों को शामिल किया है। बैंक ने शासन की शून्य फीसदी राशि वाली कृषि ऋण योजना के तहत संबंधितों को ऋण मुहैया कराया था लेकिन सूचीबद्ध किसानों ने ने राशि राशि चुकाने में रुचि नहीं दिखाई।
कर्ज माफी की उम्मीद भारी पड़ी
दरअसल किसानों को कर्ज माफी की उम्मीद भारी पड़ी। विधानसभा चुनाव 2023 से पहले के डिफाल्टर भी सूची में शामिल हैं। हालांकि राजनीतिक दलों के घोषणा पत्र में अलग-अलग वादे होते हैं, ऐसे में कोई ऋण माफी तो कोई ब्याज माफी के तहत अपने घोषणा पत्र पर काम करते है। इधर चुनाव के 2 साल होने को आए हैं, अब तक राशि न चुकाने वालों को अब सूचीबद्ध किया है।
प्रभारी सीईओ : रबी सीजन खत्म होते ही नोटिस भेजेंगे
तहसील स्तर पर लिस्ट बन चुकी है। रबी सीजन खत्म होते ही नोटिस भेजे जाएंगे। राजस्व विभाग का भी सहयोग लेंगे। लगभग 10 जनवरी से प्रक्रिया शुरू करने जा रहे हैं। मंदसौर जिले के 44479 डिफाल्टरों से 356 करोड़ वसूलना है। मौखिक तौर पर पहले सूचना दी जा चुकी है लेकिन अब वैधानिक नोटिस भेजना तय हुआ है।
सुनील कच्छारा, प्रभारी सीईओ, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मंदसौर
