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उज्जैन और झालावाड़ के बीच बनेगा नया फोर लाइन हाईवे, एमपी की राजस्थान से कनेक्टिविटी होगी बेहतर

ज्जैन और झालावाड़ के बीच सरकार द्वारा नया फोरलेन हाईवे बनाने हेतु तकनीकी स्वीकृति प्रदान करने के बाद अब इस रोड के निर्माण हेतु आगे की प्रक्रिया तेज हो गई है। इस हाइवे के निर्माण से दो राज्यों मध्य प्रदेश और राजस्थान के बीच कनेक्टिविटी तो बेहतर होगी ही होगी साथ ही साथ वाहन चालकों का सफर भी आसान हो जाएगा। उज्जैन शहर से राजस्थान प्रदेश के झालावाड़ तक नया फोरलेन हाईवे बनाने हेतु मंजूरी दे दी है। 
उज्जैन और झालावाड़ की बीच नया फोरलेन हाईवे 2 वर्ष में बनकर तैयार होगा।
 
A new four-lane highway built between Ujjain and Jhalawar

New Fourlane Highway: मध्य प्रदेश राज्य को जल्द ही नई फोर लाइन हाईवे की सौगात मिलने जा रही है। सरकार ने प्रदेश के उज्जैन शहर से राजस्थान प्रदेश के झालावाड़ तक नया फोरलेन हाईवे बनाने हेतु मंजूरी दे दी है। उज्जैन और झालावाड़ की बीच नया फोरलेन हाईवे 2 वर्ष में बनकर तैयार होगा। इस हाइवे को सिंहस्थ से पहले बनाकर तैयार करने हेतु वित्तीय स्वीकृति लेने के लिए दिल्ली स्तर से जल्दी काम  कराने हेतु प्रक्रिया तेज हो गई है। हालांकि सिंहस्थ महाकुंभ के सिर्फ 27 माह शेष रहे हैं। ऐसे में इतने कम समय में टेंडर प्रक्रिया पूर्ण करना और फोरलेन हाईवे का निर्माण कराना विभाग के लिए बड़ी चुनौती रहेगी। संध्या टाले, प्रबंधक तकनीकी एनएचएआई से मिली जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश राज्य की राजस्थान प्रदेश से कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए 133 मिली उज्जैन-झालावाड़ा हाईवे को टू-लेन से फोरलेन में तब्दील किया जाएगा। जानकारी के अनुसार इस हाइवे को तकनीकी स्वीकृति मिल चुकी है और आने वाले समय में जल्दी इस रोड के निर्माण का काम पूर्ण कर लिया जाएगा।

दो राज्यों की कनेक्टिविटी बेहतर होने के साथ सफर होगा आसान 

उज्जैन और झालावाड़ के बीच सरकार द्वारा नया फोरलेन हाईवे बनाने हेतु तकनीकी स्वीकृति प्रदान करने के बाद अब इस रोड के निर्माण हेतु आगे की प्रक्रिया तेज हो गई है। इस हाइवे के निर्माण से दो राज्यों मध्य प्रदेश और राजस्थान के बीच कनेक्टिविटी तो बेहतर होगी ही होगी साथ ही साथ वाहन चालकों का सफर भी आसान हो जाएगा। बता दें कि यह रोड वर्तमान में टू-लेन है, जिस वजह से आए दिन सड़क पर होने वाले हादसों का डर्बी बना रहता है। रोड को फोरलेन में तब्दील करने के बाद सड़क पर होने वाली दुर्घटनाओं में भी कमी देखने को मिलेगी। इसके अलावा वाहन चालकों को ट्रैफिक से निजात मिलने के साथ समय और ईंधन की भी बचत होगी। वहीं दूसरी तरफ इस रोड के निर्माण को औद्योगिक दृष्टि से भी माना जा रहा है।