Haryana News: निजीकरण के विरोध में उतरे बिजली कर्मचारी, सरकार को दी बड़ी चेतावनी

Haryana News: हरियाणा प्रदेश से बड़ी खबर सामने आ रही है। हरियाणा के बिजली निगमों में तैनात बिजली विभाग के कर्मचारी सरकार द्वारा किए जा रहे चंडीगढ़ बिजली विभाग व यूपी के आगरा व वाराणसी डिसकाम के निजीकरण के विरोध में खुलकर सामने आ गए हैं। आज नैशनल को-आर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी ए पलाइज एंड इंजीनियर द्वारा चंडीगढ़ में आयोजित आक्रोश जनसभा में घोषित निर्णय के तहत बिजली विभाग को कई क्षेत्रों में निजी हाथों में सौंपने के विरोध में सरकार के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन किया।
हरियाणा प्रदेश के सिरसा जिले में सिरसा शहर व इंडस्ट्रियल सब यूनिट द्वारा प्रदर्शन कर सरकार के बिजली निगमों के निजीकरण के फैसले के खिलाफ विरोध जताया गया। ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशन वर्कर यूनियन के तत्वाधान में यूनिट प्रधान अजय पासी व मनमोहन सिरसा की अध्यक्षता में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया।
कर्मचारीयों ने दी निजीकरण का फैसला वापस न लेने पर सरकार के खिलाफ बड़े से बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी
बिजली विभाग के कर्मचारियों ने आज निजीकरण के विरोध में देश भर में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मचारी संगठन के नेता बाबू लाल और राज्य उप प्रधान व मदन लाल कंबोज ने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार औद्योगिक घरानों को लाभ पहुंचाने हेतु बिजली निगमों का निजीकरण करना चाहती है। देश में बिजली निगम का निजीकरण होने के बाद आम जनता को महंगी बिजली तो मिलेगी ही मिलेगी साथ ही साथ बिजली कर्मचारियों पर भी छंटनी की तलवार हमेशा लटकी रहेगी। इसके अलावा बिजली निगम में होने वाली पक्की भर्तियों पर भी इसका असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने बिजली निर्गमन के निजीकरण का अपना फैसला वापस नहीं लिया तो कर्मचारी संगठन बड़े से बड़ा आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेंगे।
विरोध प्रदर्शन के दौरान यह कर्मचारी रहे मुख्य रूप से मौजूद
सिरसा जिले में आज बिजली कर्मचारियों द्वारा सरकार के खिलाफ बिजली निगमों के निजीकरण को लेकर किए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान इस मौके पर ललित सोलंकी सब यूनिट सचिव, सुरजीत सिंह बेदी, मुख्य सलाहकार, सुनील दत्त, सुरेंद्र आर्य, रिशव खेड़ा, रोहताश शर्मा, ताराचंद, सुभाष, राजेश शर्मा, सुनील, जगतार मान जे ई और आत्माराम के साथ-साथ काफी संख्या में बिजली विभाग के कर्मचारी मौजूद रहे।