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Public Holiday Update: 18 दिसंबर को स्कूलों में रहेगी छुट्टियां, सरकार ने की सार्वजनिक अवकाश की घोषणा

गुरु घासीदास जी को सत्य, अहिंसा और प्रेम का प्रबल समर्थक माना जाता है। उन्होंने अपने सिद्धांतों और शिक्षा के बल पर समाज में फैली कुरीतियों को दूर करते हुए बदलाव लाने का प्रयास किया। गुरु घासीदास जी के समाज के प्रति किए गए महान कार्यों के सम्मान में इनकी जयंती को 18 दिसंबर के दिन विशेष अवसर के रूप में मनाया जाता है।
 
SCHOOL HOLIDAY ON 18 DECMBER
गुरु घासीदास जयंती के दिन स्कूल कॉलेज के साथ सरकारी बैंक और दफ्तर भी रहेंगे बंद

School Holiday Update: स्कूलों की छुट्टियों का इंतजार कर रहे बच्चों के लिए एक बड़ी खबर निकल कर सामने आई है। 18 दिसंबर को गुरु घासीदास जयंती के अवसर पर सरकार ने सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। जानकारी के अनुसार 18 दिसंबर के दिन छत्तीसगढ़ राज्य में गुरु घासीदास जयंती के अवसर पर राज्य सरकार ने सार्वजनिक अवकाश घोषित करने के आदेश आदेश जारी किए हैं। सरकार के आदेशों के बाद छत्तीसगढ़ राज्य के सभी स्कूल और कॉलेजों में 18 दिसंबर को छुट्टियों के आदेश जारी कर दिए गए हैं। 

गुरु घासीदास जयंती के दिन स्कूल कॉलेज के साथ सरकारी बैंक और दफ्तर भी रहेंगे बंद

गुरु घासीदास जयंती के अवसर पर 18 दिसंबर को छत्तीसगढ़ राज्य के सभी स्कूल-कॉलेजों के साथ साथ सरकारी बैंकों और दफ्तरों में भी छुट्टियां रहेगी। अगर आप भी 18 दिसंबर को बैंक से संबंधित कोई महत्वपूर्ण कार्य निपटने का प्लान बना रहे हैं तो इसे अवश्य चेंज कर सकते हैं क्योंकि 18 दिसंबर को छत्तीसगढ़ प्रशासन द्वारा बैंकों में छुट्टियां करने के आदेश दिए हैं। गुरु घासीदास जयंती के अवसर पर छत्तीसगढ़ प्रशासन द्वारा सार्वजनिक अवकाश की घोषणा के बाद स्कूलिक बच्चों को भी 18 दिसंबर बुधवार को एक अतिरिक्त अवकाश मिलेगा।  

राज्य में 18 दिसंबर को घोषित किया गया ड्राई डे 

छत्तीसगढ़ राज्य में प्रशासन ने 18 दिसंबर को गुरु घासीदास जयंती के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश के साथ-साथ संपूर्ण राज्य में ड्राई डे (DRY DAY) घोषित किया गया है। राज्य में सरकार की ओर से ‘ड्राई-डे’ भी घोषित करने के बाद प्रदेश में शराब के साथ नशीले पदार्थ की बिक्री पर रोक रहेगी। गुरु घासीदास जयंती को लोगों द्वारा प्रदेश में पूरे समर्पण और श्रद्धा के साथ मनाने हेतु राज्य सरकार ने 18 दिसंबर को ड्राई डे घोषित किया है।

गुरु घासीदास जी ने समाज में फैले जातिवाद, अंधविश्वास और अन्याय के खिलाफ उठाई थी डटकर आवाज

GURU GHASIDAS JAYANTI

गुरु घासीदास जी ने 18वीं शताब्दी में समाज में फैले अंधविश्वास, जातिवाद और अन्याय के खिलाफ डटकर आवाज उठाई थी। इनका जन्म 18 दिसंबर 1756 को छत्तीसगढ़ के पाटन गांव में हुआ था। गुरु घासीदास जी को देश का एक महान समाज सुधारक माना जाता है। उन्होंने देश में फैले जातिवाद, अंधविश्वास और अन्याय के खिलाफ डटकर आवाज उठाई थी। यही कारण है कि आज भी उनका मानवता, समानता और भलाई के प्रति बलिदान लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना हुआ है। उन्होंने अपने  ज्ञान और विचार से छत्तीसगढ़ सहित संपूर्ण देश में समाज को एक नई दिशा देने का काम किया।

गुरु घासीदास जी को सत्य, अहिंसा और प्रेम का प्रबल समर्थक माना जाता है। उन्होंने अपने सिद्धांतों और शिक्षा के बल पर समाज में फैली कुरीतियों को दूर करते हुए बदलाव लाने का प्रयास किया। गुरु घासीदास जी के समाज के प्रति किए गए महान कार्यों के सम्मान में छत्तीसगढ़ राज्य में इनकी जयंती को 18 दिसंबर के दिन विशेष अवसर के रूप में मनाया जाता है। इस दिन छत्तीसगढ़ प्रशासन द्वारा संपूर्ण राज्य में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाता है।