जींद की बेटी ने रचा इतिहास, दिन रात मेहनत कर नेशनल गेम्स की तीरंदाजी में जीता गोल्ड मेडल, अब ओलिंपिक की तैयारी
चाचा ने हर वो फर्ज निभाया जिसे देख आज उनकी आँखे नम हो गई। बता दे की चाचा ने ही पिता कि तरह बेटी को स्पोर्ट किया और अपनी बेटी को तीरंदाजी गेम में आगे बढ़ने का हौसला दिया।

Jind News: हरियाणा में हर वर्ग के खिलाडी इतिहास रच रहे है। ऐसी ही एक खबर जींद से आ रही है। जहाँ हरियाणा के जींद जिले की हैबतपुर गांव की 20 साल की बेटी ने पुरे गांव का नाम देश में रोशन कर दिया है। पिता की मोत के बाद बेटी ने दिन रात महेनत की और उत्तराखंड़ के अंदर 38वें तीरंदाजी नेशनल गेम में गोल्ड मेडल जीतकर परिवार का और हरियाणा का नाम देशभर में रोशन किया है।
12 साल की उम्र में पिता का उठा साया
मिली जानकारी के अनुसार बता दे की 8 साल पहले पिता का साया बेटी के सिर से उठ गया था। उस समय इस खिलाडी की उम्र मात्र 12 साल थी।
ऐसा लग रहा था की उसके सभी सपने चकनाचूर हो गए है। लेकिन लड़की की माता आंगनवाड़ी में राशन बनाने का काम करती रही है।
चाचा ने हर वो फर्ज निभाया जिसे देख आज उनकी आँखे नम हो गई। बता दे की चाचा ने ही पिता कि तरह बेटी को स्पोर्ट किया और अपनी बेटी को तीरंदाजी गेम में आगे बढ़ने का हौसला दिया।
38वें नेशनल तीरंदाजी गेम में जीता गोल्ड मैडल
उत्तराखंड के अंदर जारी 38वें नेशनल तीरंदाजी गेम में 20 साल की बेटी ने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। बेटी और परिवार का सपना है बेटी ओलंपिक में तीरंदाजी गेम में गोल्ड मेडल जीत करें देश का नाम रोशन करें।