हरियाणा में वित्तीय वर्ष 2024-25 में जारी हुए करोड़ों के फंड में से कई जिलों ने नहीं खर्च किया एक भी रुपया, देखिए सभी जिलों की पूरी रिपोर्ट

Haryana News: हरियाणा प्रदेश में ‘जिला योजना निधि' योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2024-25 में करोड़ों की राशि जारी होने के बावजूद अभी तक विकास कार्यों में इस राशि की 10% भी खर्च नहीं हुई है। प्रदेश में विकास कार्यों हेतु जारी राशि खर्च करने में रोहतक, पलवल, झज्जर और महेंद्रगढ़ जिला शून्य है। वित्तीय वर्ष 2024-25 समाप्त होने को है लेकिन इन जिलों में अभी तक जिला योजना निधि में से एक पैसा भी खर्च नहीं कर पाए हैं। जींद समेत छह जिले ही राशि खर्च करने में दहाई का आंकड़ा छू पाए हैं। इस वित्तीय वर्ष में जिला योजना के तहत जारी की गई निधि की समीक्षा से पता चला है कि सभी जिलों के लिए कुल 400 करोड़ रुपये की निधि में से विभिन्न जिलों ने मात्र 36.02 करोड़ रुपये ही खर्च किए हैं, जो उपयोग का केवल 9.2 प्रतिशत के लगभग है। फंड के उपयोग के मामले में फरीदाबाद जिला सबसे आगे है, जिसने अपने आवंटित 28.55 करोड़ रुपये में से 10.61 करोड़ रुपये खर्च कर लिए हैं, जो उसके बजट का 19.23 प्रतिशत है। इसके बाद पानीपत 18.24 प्रतिशत और नूंह 15.42 प्रतिशत खर्च करने में सफल रहा है।
जारी फंड को उपयोग करने के मामले में सबसे नीचे है यह जिले
हरियाणा सरकार द्वारा जिला योजना निधि के तहत जारी किए गए फंड को सबसे कम उपयोग करने के मामले में सबसे नीचे सिरसा, पलवल, रोहतक, महेंद्रगढ़ और झज्जर जिला है। अब जनवरी महीना खत्म होने को है। विकास कार्यों को लेकर आई राशि खर्च करने के लिए फरवरी और मार्च का समय ही बचा है। यदि यह फंड खर्च नहीं हुआ तो लैप्स हो जाएगा। सीमा के बाद अगले वित्तीय वर्ष में न तो धनराशि का पुनर्मूल्यांकन किया जाता है और न ही पुन: आवंटित किया जाता है। 31 मार्च तक ही फंड का प्रयोग करना होगा। इस फंड का उपयोग मुख्य रूप से पेयजल, स्कूलों में निर्माण, मरम्मत कार्य, स्ट्रीट लाइटिंग, स्वास्थ्य संरचना, सिंचाई सुविधाएं, सामुदायिक भवन, स्वच्छता और खेल, पशु देखभाल और पुलों, सडक़ों, गलियों के निर्माण के लिए किया जा रहा है।
देखिए किस जिले में कितना आया फंड आया फंड और कितना हुआ खर्च
हरियाणा प्रदेश में जिला वाइज आई फंड और खर्च हुए फंड की बात करें तो फरीदाबाद जिले में 28.55 करोड़ रुपए का फंड जारी हुआ था। लेकिन इसमें से 10.61 करोड रुपए ही खर्च हुए हैं। इसी प्रकार पानीपत 19.01 करोड रुपए में से 04.03 करोड रुपए खर्च हुए। नूंह में 17.18 करोड़ में से 03.62 करोड़, सोनीपत में 22.87 करोड़ रुपए में से 02.73 करोड़ रुपए, जींद में 21.05 में से 02.44 करोड़ रुपए, कुरुक्षेत्र में 15.22 करोड़ रुपए से 01.58 करोड़ रुपए, 10
भिवानी 17.86 में से 01.54 करोड़, पंचकूला में 08.85 में से 00.71 करोड़ रुपए, कैथल में 16.95 में से 01.32 करोड़ रुपए, यमुनानगर में 19.15 में से 01.46 करोड़ रुपए और करनाल जिले जारी किए गए 23.75 करोड़ रुपए में से 01.73 करोड़ रुपए ही खर्च किए गए।
जींद जिला योजना अधिकारी, मुकेश तंवर ने बताया कि जींद जिले में अब तक 11.59 प्रतिशत विकास कार्य करवाए जा चुके हैं। वर्ष 2024-25 वित्तीय साल में जिले को 21 करोड़ के लगभग राशि मिली थी, जिसका 25 प्रतिशत खर्च हो चुका है।इसके अलावा फतेहाबाद जिले में ‘जिला योजना निधि' के तहत जारी हुए 14.86 करोड़ में से 01.09 करोड़ रुपए, गुरुग्राम में 23.89 में से 01.15 करोड़ रुपए, रेवाड़ी में 14.20 में से 00.64 करोड रुपए, हिसार में 27.51 में से 00.32 करोड़ रुपए, सिरसा में 20.43 में से 00.13 करोड़ रुपए, चरखीदादरी में 07.92 में से 00.46 करोड़ रुपए और अंबाला में जारी हुए 17.80 करोड़ रुपए में से 00.64 करोड रुपए ही खर्च हुए हैं। वहीं रोहतक, महेंद्रगढ़ और पलवल में जिला योजना निधि के तहत जारी हुई राशि में से एक भी रुपया खर्च नहीं हुआ है।