Haryana News: हरियाणा में निलंबित सरपंच के मामले में आया नया मोड़, समर्थन में आए ग्रामीणों ने प्रशासन को दिया 2 दिन का अल्टीमेटम

Haryana News: हरियाणा प्रदेश में प्रशासन द्वारा गांव के सरपंच को निलंबित करने का मामला सामने आया है। सरपंच को निलंबित करने के मामले में अब एक और नया मोड़ आ गया है। आज गांव के ग्रामीणों ने चौपाल में हुए एकत्रित होकर प्रशासन को सरपंच को बहाल करने का दो दिन का अल्टीमेट दिया है। इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि दो दिनों में अगर प्रशासन ने सरपंच को बाहर नहीं किया तो ग्रामीणों द्वारा मिलकर रोड जाम किया जाएगा।
जींद जिले के करसोला गांव में निलंबित सरपंच के समर्थन में आए ग्रामीण
हरियाणा प्रदेश के जींद जिले के जुलाना क्षेत्र के करसोला गांव के ग्रामीण सरपंच को निलंबित करने पर नाराजगी जाते हुए गांव के चौपाल में सरपंच के पक्ष में एकत्रित हुए। सरपंच को निलंबित करने पर ग्रामीण सरपंच के समर्थन में आ गए और प्रशासन को दो दिन का अल्टीमेटम दिया है। इस दौरान जिले के करसोला गांव के ग्रामीण गांव की चौपाल में एकत्रित हुए। पंचायत की अध्यक्षता पूर्व सरपंच रामफल ने की। गौरतलब है कि सरपंच को तालाब की जमीन पर चौपाल बनाने पर उपायुक्त ने सस्पेंड कर दिया था। करसोला गांव निवासी सुमित कुमार ने शिकायत दी थी कि करसोला गांव के सरपंच ने तालाब की जमीन पर चौपाल बना दी और मिट्टी डालकर तालाब को खत्म करने का प्रयास किया है। सरपंच ने जिस किला नंबर पर ई टेंडरिंग के तहत चौपाल का निर्माण करवाया है वह जमीन तालाब की है। नियम के अनुसार तालाब की जमीन पर कोई भी अन्य कार्य नही किया जा सकता। 21 अक्तुबर को करसोला गांव के सरपंच को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि सरपंच द्वारा 200 वर्ग गज में चौपाल का निर्माण करवाया गया है। जांच के लिए कमेटी नियुक्त की गई और रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों को भेजी गई। रिपोर्ट में दोषी पाए जाने पर करसोला गांव के सरपंच को सस्पेंड किया गया।
24 लाख 97 हजार रूपये का लगाया गया था टेंडर
हरियाणा प्रदेश के जींद जिले के करसोला गांव के सरपंच को चौपाल का निर्माण करने पर निलंबित किया गया था। करसोला गांव के सरपंच ने बताया कि पंचायती विभाग को सजरा भी दिया गया था जिसमें पूरी जानकारी दी गई थी। प्रक्रिया पूरी होने पर ही 24 लाख 97 हजार के टेंडर लगाया गया था। चौपाल का निर्माण कार्य भी लगभग पूरा ही हो गया। करसोला गांव के पूर्व सरपंच रामफल ने कहा कि प्रशासन ने सरपंच के साथ अन्याय किया है। बिना जांच किए ही सरपंच को सस्पेंड कर दिया। जहां तालाब की जमीन बताई गई है वहां पर कोई तालाब नही है। इसके अलावा पहले भी शामलात भूमि पर निर्माण कार्य होते रहे हैं। अगर 2 दिन में सरपंच को बहाल नही किया तो ग्रामीण जींद रोहतक मार्ग पर जाम लगाएंगे।