जींद में ₹20 करोड़ का की लागत से तैयार हो रहा अंडरपास धंसा, कई परिवार घरों में हुए कैद
दिल्ली-बठिंडा रेलवे लाइन की क्रॉसिंग के लिए बनाया जा रहा। जहां वाहनचालकों के साथ साथ आमजन को काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ता है। इन सभी समस्याओं से निजात दिलाने के लिए इस ुंदरपास का निर्माण किया जा रहा है। लेकिन निर्माण कार्य शरू होने से पहले ही इस अंडरपास के रिस्कने से कई घरों के लोग घरों में कैद हो गए ।

JInd News: हरियाणा के जींद जिले से इस वक्त कि बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां 20 करोड़ कि लागत से तैयार हो रहा एक अंडरपास धंस गया। जिसके बाद कई घरों के लोग घरों में ही कैद हो गए।
दिल्ली-बठिंडा रेलवे लाइन की क्रॉसिंग तैयार हो रहा है अंडरपास
अधिक जानकारी के लिए बता दे कि जींद में यह मिनी बाईपास पर दिल्ली-बठिंडा रेलवे लाइन की क्रॉसिंग के लिए बनाया जा रहा। जहां वाहनचालकों के साथ साथ आमजन को काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ता है। इन सभी समस्याओं से निजात दिलाने के लिए इस ुंदरपास का निर्माण किया जा रहा है। लेकिन निर्माण कार्य शरू होने से पहले ही इस अंडरपास के रिस्कने से कई घरों के लोग घरों में कैद हो गए ।
बता दे कि इस अंडरपास के साइड में मकान भी हैं। उनके आगे से मिट्टी खिसकने के कारण यहां 20 फीट गहरी खाई बन गई। कई मकानों में दरार आ गई। मिट्टी खिसकने के कारण तीन घरों में 20 से ज्यादा लोग अंदर ही फंस गए हैं। हालांकि कुछ लोगों को सीढ़ी का सहारा लेकर घरों से बाहर निकला गया है।
इंसानों के साथ पशु भी घरों में कैद
ये अंडरपास हरियाणा स्टेट रोड्स एंड ब्रिज कॉर्पोरेशन (HSRDC) द्वारा करीब 20 करोड़ रुपए की लागत से बनवाया जा रहा है। इन घरों में 10 से ज्यादा पशु भी बंधे हुए हैं, जो बाहर ही नहीं निकल पा रहे हैं। मकान में दरार आने से लोगों के मन में डर बना हुआ है। पूरे मामले की जांच के लिए आज चंडीगढ़ से टेक्निकल टीम आएगी।
लोगों ने लगाया घटिया मटीरियल का आरोप
यहां के आस पास के लोगों का कहना है कि इस काम में घटिया मटीरियल लगा था। इसी वजह से नाला धंस गया और मिट्टी खिसक गई। वहीं मिट्टी धंसने के कारण एक बार तो मकानों में रहने वाले लोग सहम गए। घर गिरने के खतरे को देख वह पड़ोसियों की मदद से सीढ़ी लगाकर मकानों के अंदर से खाली प्लाट व छत के रास्ते बाहर निकले। वहीं मकान के अंदर पशु फंसे रहे।
DGM बोले- बारिश की वजह से जमीन खिसकी
इस बारे में HSRDC के डीजीएम शशांक कुमार ने बताया कि वीरवार रात हुई बारिश की वजह से निर्माणाधीन अंडरपास की जमीन खिसकी है। लेबर की मदद से मकानों के आगे मिट्टी भरी जा रही है। अंडरपास के दोनों तरफ मकानों की दूरी काफी कम है। इस बची हुई जगह में नाला और सर्विस रोड बनना है।