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हरियाणा के स्कूलों में इन पदों पर होगी बंपर भर्ती...12वीं पास रहेगी योग्यता, महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत पद आरक्षित 

कला एवं कौशल विकास बोर्ड के निदेशक नरेश सेलपाड़ के अनुसार इन पदों के लिए न्यूनतम योग्यता 12वीं कक्षा पास है।  साथ ही आवेदक की आयु प्रदेश में नियुक्ति नियमों के अनुरूप 18 से 42 वर्ष के मध्य होनी चाहिए।

 
Bumper recruitment to these posts in Haryana schools ... 12th pass will be qualified, 33 percent posts for women will be reserved
ध्यापक मिनिस्ट्री ऑफ कल्चरल एंड अफेयर्स भारत सरकार ( Center Goverment) व देश की एक नामी संस्था के तत्वावधान में सभी प्राइमरी स्कूलों में नियुक्त किए जाएंगे।

Haryana Teachers Jobs: हरियाणा में बेरोजगार युवाओं के लिए ख़ुशख़बरी आ रही है।  बता दे की नई शिक्षा नीति के तहत जल्द ही हरियाणा के प्राइमरी स्कूलों में संस्कार शिक्षकों बड़े स्तर पर भर्ती की जानी है। 


अधिक जानकारी के लिए बता दे की यह अध्यापक मिनिस्ट्री ऑफ कल्चरल एंड अफेयर्स भारत सरकार ( Indian Goverment) व देश की एक नामी संस्था के तत्वावधान में सभी प्राइमरी स्कूलों में नियुक्त किए जाएंगे। इसके लिए बाकायदा सिलेबस भी तैयार किया जा रहा है। 

यह अध्यापक अंशकालिक होंगे और यह हररोज दो घंटे ही विद्यार्थियों को पढ़ाएंगे। इसके लिए आवेदन प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। यह अध्यापक नए सत्र से स्कूलों में शिक्षा देते हुए नजर आएंगे।

 

इन पदों के लिए योग्यता 
अधिक जानकारी के लिए बता दे की केश कला एवं कौशल विकास बोर्ड के निदेशक नरेश सेलपाड़ के अनुसार इन पदों के लिए न्यूनतम योग्यता 12वीं कक्षा पास है। 

आवेदक के लिए उम्र 
साथ ही आवेदक की आयु प्रदेश में नियुक्ति नियमों के अनुरूप 18 से 42 वर्ष के मध्य होनी चाहिए।

इन्हें मिलेगी छूट 
 हालांकि एससी, एस.टी. या भूतपूर्व सैनिकों (Former serviceman) या उनके आश्रितों, स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रितों को इसमें तीन वर्ष की छूट रहेगी। 
इसके अलावा इसके 33 प्रतिशत पद महिलाओं के लिए आरक्षित होंगे।

 
निदेशक नरेश सेलपाड़ ने बताया कि चयनित प्राइमरी स्कूलों (Primary schools) में नियुक्त संस्कार अध्यापकों को महज दो घंटे ही अपनी सेवाएं देनी होगी। इसके एवज में उन्हें 9240 रुपये के आस-पास वेतनमान दिया जाएगा।

 यदि एक गांव में एक स्कूल है तो उनकी ड्यूटी उसी स्कूल में होगी। यदि गांव में दो प्राइमरी स्कूल हैं तो अलग-अलग दिनों या एक-एक घंटा दोनों स्कूलों में सेवाएं देनी होगी। किसी बड़े गांव या कस्बे में दो से अधिक प्राइमरी स्कूल होने पर वहां एक से अधिक अध्यापकों की नियुक्तियां हो सकेगी।