इंडस पब्लिक स्कूल पिल्लूखेड़ा में वार्षिक उत्सव नवरंग हर्षोल्लास से मनाया, बच्चों ने दी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां

इंडस पब्लिक स्कूल पिल्लूखेड़ा में वार्षिक उत्सव नवरंग बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। यह आयोजन शिक्षा और संस्कृति के अद्भुत संगम का उदाहरण बना। जिसमें विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का ऐसा प्रदर्शन किया कि दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। कार्यक्रम की शुरूआत मुख्यअतिथि वेदपाल भनवाला अध्यक्ष अनाज मंडी एसोसिएशन द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुई।
विशिष्ट अतिथि रमेश चहल निदेशकए वीप्लस यूद्ध और इंडस निदेशक सुभाष श्योराण ने कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। अन्य सम्मानित अतिथियों में रचना श्योराण निदेशकए इंडस पब्लिक स्कूल जींद, प्रवीण परुथी निदेशक इंडस ग्लोबल अकेडमी किनाना, प्रवीण फुटेला उप प्रधानाचार्य इंडस पब्लिक स्कूल जींद, सुरेश मलिक खंड शिक्षा अधिकारी सफीदों, सज्जन देशवाल निदेशक नीलम यूनिवर्सिटी कैथल और कलिंगा यूनिवर्सिटी, अमित गोयल अध्यक्ष श्री माता वैष्णो देवी सेवा समिति, हरिराम गोयल अध्यक्ष अग्रवंश धर्म सभा, डा. कश्मीरी लाल शर्मा अध्यक्ष श्री परशुराम ब्राह्मण सभा, प्रवीण जैन पूर्व अध्यक्ष शामिल रहे।
कार्यक्रम की पहली प्रस्तुति में विद्यार्थियों ने मोबाइल एडिक्शन पर एक भावनात्मक नृत्य नाटिका प्रस्तुत की। इस नृत्य ने दर्शकों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि कैसे मोबाइल का अत्यधिक उपयोग व्यक्तिगत और पारिवारिक जीवन पर बुरा प्रभाव डाल रहा है। यह प्रस्तुति एक जागरूकता अभियान के रूप में भी काम कर रही थी। नवरस शीर्षक से विद्यार्थियों ने नौ भावनाओं शृंगार, करुणा, वीर, अद्भुत, रौद्र, हास्य, भयानक, शांत और वीभत्स को अपने नृत्य और अभिनय से जीवंत कर दिया। यह प्रस्तुति इतनी सजीव थी कि हर रस ने दर्शकों को भाव.विभोर कर दिया और भारतीय संस्कृति की गहराई का परिचय कराया।
देश की विविधता और एकता को दशार्ते हुए विद्यार्थियों ने पंजाब, हरियाणा और महाराष्ट्र की संस्कृति को रंग-बिरंगे नृत्यों के माध्यम से मंच पर प्रस्तुत किया। पंजाबी भांगड़ा की ऊर्जा, हरियाणवी रागिनी का ठेठ देशी अंदाज, और महाराष्ट्र की लावणी की भावनात्मक गहराई ने पूरे कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। मुख्यअतिथि ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों की प्रतिभा और शिक्षकों के मार्गदर्शन की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों को न केवल अपनी कला प्रदर्शित करने का अवसर देते हैं बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों को समझने का भी माध्यम बनते हैं।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान और धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। स्कूल चेयरमैन सुरेंद्र मडोत्रा ने सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों, अभिभावकों और अतिथियों का इस आयोजन को सफल बनाने के लिए आभार प्रकट किया।