Punjab NEP 2025 : पंजाब में नई शिक्षा नीति के तहत होने जा रहे हैं ये दो बड़े बदलाव, ITI और 10 वीं के छात्रों की होगी बल्ले-बल्ले

Punjab NEP 2025 : पंजाब में तकनीकी शिक्षा विभाग की तरफ से नई शिक्षा नीति के तहत दो बड़े बदलाव करने की तैयारी की जा रही है। जिसके तहत आठवीं के बाद ITI पास करके छात्र दसवीं का सर्टिफिकेट हासिल कर सकेंगे। इस संबंध में विभाग ने सुझाव रुप से प्रस्ताव तैयार कर लिया है। अब ये प्रस्ताव शिक्षा मंत्री को विभागीय मंजूरी के बाद जल्द ही फाइनल अप्रूवल के लिए भेजा जाएगा। फिर इसको पंजाब के स्कूलों में लागू किया जा सकता है।
छात्रों को सुरक्षा के लिए बीमा कवरेज देने की भी तैयारी
नई शिक्षा नीति के तहत स्कूलों में आईटीआई कोर्स शुरू करने की योजना भी है। वैसे तो पंजाब में 137 इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (आईटीआई) हैं, जिनमें 35,201 कुल सीटें हैं। अगर वर्ष 2024-25 शैक्षणिक सत्र की बात की जाए तो इनमें दाखिला 93 प्रतिशत रहा था। इसी तरह योजना के मद्देनजर रखते हुए आईटीआई करने वाले सभी छात्रों को सुरक्षा के लिए बीमा कवरेज देने की भी तैयारी की जा रही है, ताकि अगर ट्रेनिंग के दौरान उनके साथ किसी भी तरह का कोई दुर्घटना होती है, तो उन्हें इलाज के लिए उचित राशि मिल सके।
छात्रों को 5 लाख तक की कवरेज
तकनीकी शिक्षा विभाग के द्वारा तैयार किए गए प्रस्ताव के मुताबिक, आईटीआई छात्र को पढ़ाई के दौरान अगर किसी के साथ किसी भी तरह की कोई दुर्घटना होती है तो उनकी सुरक्षा के लिए यह बीमा 5 लाख रुपये तक की कवरेज देने की तैयारी हो रही है। इसलिए यह प्रस्ताव वित्त विभाग को मंजूरी के लिए यह प्रस्ताव भेजा जाएगा। विभाग की मंजूरी के बाद ही इसे तुरंत लागू कर दिया जाएगा। बता दें कि हर साल विभाग का इस पर एक करोड़ रुपये खर्च आएगा, जिसमें डेथ कवरेज भी शामिल होगा।
कुछ नियम एवं शर्ते भी लागू होंगी
विभाग के मुताबिक, तकनीकी शिक्षा के सभी संस्थानों में जरूरी विषयों की पढ़ाई शुरू करने व स्कूलों में तकनीकी शिक्षा के कोर्स शुरू करना भी प्रस्ताव से जुड़ा हुआ है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत समग्र शिक्षा प्रणाली के लिए ही इस पर काम किया जा रहा है। दसवीं के साथ ही बारहवीं का सर्टिफिकेट लेने के लिए भी इसे लागू किया जा सकता है। यही कारण है कि तकनीकी शिक्षा को शिक्षा विभाग के साथ लिंक करने के लिए यह प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसमें शिक्षा विभाग की तरफ से कुछ शर्तें लगाई जा सकती है। जैसे कि आईटीआई डिप्लोमा पास करने वाले छात्रों के लिए पंजाबी या अन्य जरूरी विषयों में परीक्षा पास करना अनिवार्य किया जा सकता है। जो मंजूरी के बाद लागू हो सकती हैं।