Jind News: नरवाना क्षेत्र की नहर में हाथ धोते वक्त फिसला साधु का पैर, डूबने से हुई मौत
Jind News: जींद जिले के नरवाना क्षेत्र में बंदरों को दाने डालने के बाद हाथ धोते समय साधु का पैर नहर में फिसलने से वह डूब गया, जिससे उसकी मौत हो गई। दनौदा चौकी इंचार्ज सुरेश ने बताया कि दनौदा कलां की हांसा पत्ती में एक रूपगिरि डेरा है। महंत राजेश गिरि निवासी नीलकंठ गिरि ने पुलिस को बताया कि उसके पास डेरे में पिछले करीब सात माह से जिला चुरू राजस्थान की रतनगढ़ तहसील का सेहला निवासी बाबा मामनचंद कौथ जो कि सेवक बनकर रहता था। वह विवाहित था, जिसके एक लड़का एक लड़की है।
रोज जानवरों को दाना डालने जाता था महाराज
यह बाबा रोज जानवरों को दाना डालने के लिए सिरसा ब्रांच नहर दनौदा कलां जाता था। 1 दिसंबर को भी दोपहर बाद करीब डेढ़ बजे डेरा से नहर की पटरी पर बंदरों को चने डालने के लिए गया था। बंदरों को दाना डालने के बाद नहर की पटरी पर हाथ धोने लगा तो बाबा मामनचंद कौथ का अचानक पैर फिसल गया और वह नहर में जा गिरा। जिसके बाद इसकी सूचना राहगीर ने पुलिस को दी। घटनाक्रम के ढूंढते-ढूंढते रात ज्यादा होने के कारण उसके शव का नहर में पता नहीं चल सका। उसके बाद अगले दिन 2 दिसंबर को पुलिस व गोताखोर की टीम ने सुबह के समय में नहर से बाबा का शव निकाला। पुलिस ने महंत राजेश गिरि के बयान दर्ज किए। दनौदा चौकी ने साधू के शव का पोस्टमार्टम करवा सौंप दिया।
