Jind News: लुदाना व लिजवाना कलां में बनेंगे 33 केवी के दो पावर सब स्टेशन, इन गांवों को मिलेगा लाभ
Jind News: जींद जिले के ग्रामीण इलाकों में बिजली व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में अहम कदम उठाया गया है। लुदाना और लिजवाना कलां गांव में 33 केवी के दो नए पावर सब स्टेशन बनाए जाएंगे। इन दोनों सब स्टेशनों पर करीब 19 करोड़ रुपए की लागत आएगी और इनका निर्माण कार्य वर्ष 2026 तक पूरा कर लिया जाएगा। इनके शुरू होने से जिले के लगभग 20 गांवों में लंबे समय से चली आ रही ट्रांसफार्मर ओवरलोड, कम वोल्टेज और बार-बार ट्रिपिंग की समस्या से राहत मिलेगी। बिजली निगम की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ते लोड को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। वर्तमान में लुदाना, लिजवाना कलां सहित आसपास के कई गांवों में एक ही पावर स्रोत पर अधिक भार होने के कारण बार-बार बिजली आपूर्ति बाधित होती रहती है। नए पावर सब स्टेशनों के चालू होने से लोड का संतुलन बनेगा और उपभोक्ताओं को पूरी वोल्टेज के साथ निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकेगी। ग्रामीण सुरेंद्र, रोहताश, दीपक कुमार, दिलबाग सिंह, दीपेंद्र सिंह ने बताया कि वे कई वर्षों से कम वोल्टेज की समस्या से परेशान हैं। गर्मियों में पंखे और कूलर ठीक से नहीं चलते, जबकि पानी की मोटरें बार-बार बंद हो जाती हैं। इससे घरेलू कामकाज और खेती दोनों प्रभावित होते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पावर सब स्टेशन बनने से गांवों में बिजली की स्थिति में बड़ा सुधार आएगा।
इन गांवों को होगा फायदा
इन पावर सब स्टेशनों से शामलो कलां, शामलो खुर्द, गतोली, गढ़वाली, लुदाना, पौली, अकालगढ़, नंदगढ़, सिरसागढ़, शादीपुर, करसौला सहित अन्य गांवों को सीधा लाभ मिलेगा। बता दें इन गांवों में घरेलू और कृषि दोनों तरह के उपभोक्ताओं की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिससे पुराने ट्रांसफार्मरों पर दबाव बढ़ गया है। नए सब स्टेशनों से न केवल मौजूदा समस्या का समाधान होगा, बल्कि भविष्य की जरूरतों को भी ध्यान में रखा गया है।
पावर सब स्टेशन होंगे आधुनिक तकनीक से लैस
बता दें कि निर्माण कार्य पूरा होने के बाद इन पावर सब स्टेशनों को आधुनिकत क तकनीक से लैस किया जाएगा, जिससे फॉल्ट की स्थिति में जल्द सुधार संभव होगा। ग्रामीण इलाकों में बढ़ती ती बिजली मांग को को देखते हुए यह परियोजना जिले के विकास के लिए अहम मानी जा रही है। नए पावर सब स्टेशन ग्रामीण जीवन को सुगम बनाने के साथ-साथ खेती और छोटे उद्योगों को भी मजबूती देंगे।
