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राजस्थान के छोटे से गांव में जन्मी बेटी ज्योति ने लहराया परचम, बिना कोचिंग के यूपीएससी क्रैक कर बनी आईएएस 

राजस्थान प्रदेश के छोटे से गांव कमलासर की रहने वाली ज्योति को घर में पूरी तरह से पढ़ाई का वातावरण मिला। ज्योति के बड़े भाई और बहन इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके हैं। ज्योति ने अपने भाई और बहन को देखकर प्रतिदिन नोट्स बनाकर और अखबार पढ़ कर यूपीएससी की कठिन परीक्षा के लिए तैयारी की। स्कूल टाइम से ही पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहने वाली ज्योति ने 2024 की सिविल सर्विस परीक्षा में 433 रैंक हासिल कर आईएएस बनने का सपना पूरा किया। झुंझुनू जिले की बेटी ज्योति ने 2024 की सिविल सर्विस परीक्षा में 948 अंक प्राप्त कर यह सफलता हासिल की।
 
SUCCESS STORY IAS JYOTI

Success Story of IAS Jyoti: राजस्थान प्रदेश के झुंझुनू जिले के छोटे से गांव कमलासर में जन्मी ज्योति ने बिना कोचिंग के यूपीएससी की परीक्षा क्रैक करके इतिहास रच दिया है। झुंझुनू जिले की बेटी ने यूपीएससी की परीक्षा पास कर आईएएस बन अपने परिवार के साथ-साथ संपूर्ण जिले और राजस्थान राज्य का भी नाम रोशन कर दिया है। ज्योति ने अपनी मेहनत के बल पर बिना कोचिंग के आईएएस बनकर यूपीएससी की तैयारी कर रहे देश के लाखों युवा जो सिविल सर्विस की परीक्षा (UPSC) की तैयारी कर रहे हैं, उनमें नई उमंग भर दी है। जी हां.... राजस्थान प्रदेश के झुंझुनूं जिले की बेटी ज्योति ने बिना किसी कोचिंग के UPSC Exam क्रैक कर IAS बनने का सपना साकार किया है। ज्योति की इस सफलता पर झुंझुनू जिले के साथ-साथ पूरे राजस्थान प्रदेश में चर्चा हो रही है। 

ज्योति के पिता हैं शिक्षक और मां ग्रहणी 

राजस्थान प्रदेश के झुंझुनू जिले के छोटे से गांव कमलासर में जन्मी ज्योति कि आज पूरे देश में चर्चा हो रही है। संसाधनों के अभाव और बिना किसी कोचिंग के ज्योति ने यूपीएससी की परीक्षा पास कर लाखों युवाओं के सामने एक बड़ी मिसाल पेश की है। ज्योति का जन्म कमलासर गांव के साधारण से परिवार में हुआ था। इनके पिता एक शिक्षक और माता ग्रहणी हैं। ज्योति के पिता ने बताया कि वह बचपन से ही पढ़ाई में काफी होशियार थी। उन्होंने कहा कि ज्योति (IAS Jyoti) ने स्कूल टाइम में ही बड़े सपने देखना और उसे साकार करने के लिए मेहनत करनी शुरू कर दी थी। ज्योति के पिता ने कहा कि यह ज्योति की मेहनत ही है जिसके चलते आज पूरे प्रदेश में एक बेटी ने अपने बाप और परिवार का नाम रोशन किया है।

UPSC की परिक्षा में 433वीं रैंक हासिल कर बनी IAS 

राजस्थान प्रदेश के छोटे से गांव कमलासर की रहने वाली ज्योति को घर में पूरी तरह से पढ़ाई का वातावरण मिला। ज्योति के बड़े भाई और बहन इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके हैं। ज्योति ने अपने भाई और बहन को देखकर प्रतिदिन नोट्स बनाकर और अखबार पढ़ कर यूपीएससी की कठिन परीक्षा के लिए तैयारी की। स्कूल टाइम से ही पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहने वाली ज्योति ने 2024 की सिविल सर्विस परीक्षा में 433 रैंक हासिल कर आईएएस बनने का सपना पूरा किया। झुंझुनू जिले की बेटी ज्योति ने 2024 की सिविल सर्विस परीक्षा में 948 अंक प्राप्त कर यह सफलता हासिल की। ज्योति को सरकार द्वारा उत्तराखंड कैडर दिया गया है। ‌ लाखो युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी राजस्थान की यह बेटी अब उत्तराखंड में अपनी सेवाएं देगी।