Success story: सनी जैन की औद्योगिक क्षेत्र में कार्य शैली युवाओं के लिए बनी नजीर, सोनीपत शहर से विदेशों तक पहुंचाया अपना बिजनेस

Success story: सोनीपत के एल्डिको निवासी सन्नी जैन इन दिनों अपने पिता परविंद्र कुमार जैन की विरासत को ऊंचाईयों पर ले जा रहे हैं। 26 फरवरी 1982 को दिल्ली में परविंद्र कुमार जैन सुनंदा जैन के घर जन्मे सन्नी जैन आज अपने पिता परविंद्र कुमार जैन के पैकेजिंग उद्योग को एक नई पहचान देने में जुटे हुए हैं। सनी जैन की उद्योग के क्षेत्र में अद्भुत कार्यशैली दूसरों के लिए नजीर बन गई है।
उन्होंने पिता के ट्रेडिशनल बिजनेस को आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है। सन्नी जैन आज पैकेजिंग उत्पादों की नामी कंपनियों के साथ जुड़कर अपने बिजनेस को विदेशों तक फैला चुके हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू महाविद्यालय से बीकॉम ऑनर्स तक की पढ़ाई कर चुके सन्नी जैन ने वर्ष 2003 में दिल्ली के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पैकेजिंग से डिग्री हासिल कर अपने पिता परविंद्र कुमार जैन के कारोबार से जुड़ने का फैसला लिया।
इसके बाद उन्होंने पिता के साथ दिल्ली से निकलकर हरियाणा सोनीपत के राई स्थित औद्योगिक क्षेत्र में जे पेपिरस पैकेजिंग प्राईवेट लिमिटेड के नाम से अपनी कंपनी की शुरुआत की। इससे पहले सन्नी जैन के पिता परविंद्र कुमार जैन दिल्ली में ही अपना ट्रेडिशनल विजनेस संभाल रहे थे।
वर्ष 2008 से लेकर वर्तमान तक सन्नी जैन के पिता परविंद्र कुमार जैन राई इंडिस्ट्रियल एस्टेट मैन्युफैक्चरिंग में वाईस प्रेसीडेंट के पद पर उद्योगपतियों के मार्गदर्शक बने हुए हैं। सन्नी जैन ने वर्ष 2008 में अपने पहले प्रोजेक्ट पर एक बाड़ी कंपनी अदानी एग्रीफ्रेश से जुड़कर उद्योगपति के रूप में व्यावसायिक जीवन की शुरुआत की। आज सन्नी जैन इंटरनेशनल कंपनीज कॉस्टको, एलडी, वूलवर्थ, कोल्स, वॉलमार्ट आदि जैसी बड़ी अंतरराष्ट्रीय कंपनियों से जुड़कर पिता के सपनों को नई उड़ान देने का कार्य कर रहे हैं
जालंधर की रूचि जैन को बनाया जीवन संगिनी
उद्योग जगत के साथ वर्ष 2005 में सन्नी जैन ने अपने वैवाहिक जीवन की भी शुरुआत की। उन्होंने जालंधर की रुचि जैन से दिल्ली में सात फेरे लेकर उन्हें अपनी जीवन संगिनी के रूप में स्वीकार किया। इसके बाद रुचि जैन ने भी सन्नी जैन के सपनों को पूरा करने में अभिभावकों के साथ उनका पूरा सहयोग किया। वक्त के साथ सन्नी जैन को दो पुत्र रत्नों की प्राप्ति हुई।
वर्ष 2008 में उनके घर प्रणव जैन, तो वर्ष 2013 में समर्थ जैन ने जन्म लिया। क्रिकेट व लॉन टेनिस खेल में रुचि रखने वाले सन्नी जैन के दोनों पुत्र प्रणव व समर्थ जैन उनसे भी दो कदम आगे हैं। सन्नी जैन के बड़े बेटे प्रणव जैन ने मात्र 15 साल की आयु में टॉप फॉर एवर प्रोजेक्ट की शुरुआत की है।
इस प्रोजेक्ट के माध्यम से पढ़ाई कर रहे। प्रणव जैन सोनीपत के अलावा राजस्थान के जयपुर में भी गरीब बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए संयुक्त सहयोग से खिलौने बांटने का काम कर रहे हैं। जिला शतरंज एसोसिएशन के वाईस प्रेजीडेंट सन्नी जैन के छोटे बेटे समर्थ जैन शतरंज प्रतियोगिता में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुके हैं। हाल ही में समर्थ जैन ने उत्तरी भारत की जोनल लेवल की सीबीएसई शतरंज प्रतियोगिता में पहला व राष्ट्रीय स्तर पर 7वाँ स्थान हासिल किया है जो कि समर्थ की उम्र के हिसाब से विशेष उपलब्धि है।
सन्नी जैन एचसीबीएमए के प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त
सन्नी जैन को हाल ही में हरियाणा कॉरुगेटेड चॉक्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एचसीबीएमए) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। सन्नी जैन की यह नियुक्ति दिसंबर में बंगलूरू में आयोजित 52वें एफसीचीएम सम्मेलन में की गई। एचसीचीएमए फेडरेशन ऑफ कॉरुगेटेड बॉक्स मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इंडिया (एफसीबीएम) से संबंधित है।
सन्नी जैन ने अपनी इस नियुक्ति पर कहा कि एचसीबीएमए का नेतृत्व करना उनके लिए सम्मान की बात है। वह इस भूमिका में योगदान देने व कॉरुगेटेड पैकेजिंग उद्योग को सुदृढ़ करने के लिए उत्साहित हैं। उनका उद्देश्य ज्ञान साझा करने, उद्योग की चुनौतियों का समाधान करने व प्रभावशाली उपस्थिति बनाने पर केंद्रित है, ताकि संबंधित उद्योगों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया जा सके।