बाबा खाटू श्याम के भक्तों को नायाब सरकार ने दी बड़ी सौगात, चुलकाना धाम को लेकर की बड़ी घोषणा

हरियाणा प्रदेश की राजधानी चंडीगढ़ में आज भी कैबिनेट मीटिंग में बाबा खाटू श्याम के भक्तों को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बड़ी सौगात दी है। प्रदेश सरकार ने आज गुरुवार 23 जनवरी को हुई कैबिनेट मीटिंग में कई बड़े फैसलों पर मोहर लगाई है। मुख्यमंत्री ने आज व्यापारियों और कर्मचारियों को बड़ी राहत देने के साथ-साथ हरियाणा प्रदेश के बाबा खाटू श्याम के भक्तों को भी बड़ी सौगात दी है। आपको आपको बता दें कि सीएम ने प्रदेश के पानीपत जिले के समालखां क्षेत्र में स्थित बाबा खाटू श्याम के चुलकाना धाम के लिए पूजा स्थल बोर्ड बनाने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कैबिनेट मीटिंग के बाद जानकारी देते हुए बताया कि आज हरियाणा सरकार द्वारा चुलकाना धाम पूजा सटल बोर्ड बनाने हेतु विधायक-2025 को मंजूरी दी गई है। उन्होंने कहा कि इस विधेयक को मंजूरी मिलने के बाद एकादशी के दिन लगने वाले मेले में हरियाणा के साथ-साथ आसपास के राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को लाभ मिलेगा।
महाभारत काल में बर्बरीक ने एक बाण से जिस पीपल के पेड़ के सभी पत्ते भेद दिए थे, वह पेड़ आज भी इस मंदिर में है मौजूद
हरियाणा प्रदेश के पानीपत जिले के समालखा क्षेत्र में चुलकाना गांव में वर्षों से बाबा खाटू श्याम के मंदिर पर लाखों श्रद्धालु माथा टेकने पहुंचते हैं। बाबा खाटू श्याम का यह मंदिर हरियाणा प्रदेश की अद्भुत धरोहरों में से एक है। यह मंदिर समालखा से 5 किलोमीटर दूर चुलकाना गांव में स्थित है। इस मंदिर को कलयुग का सर्वोत्तम तीर्थ स्थल माना जाता है। बाबा खाटू श्याम के इस मंदिर की मान्यता महाभारत काल से मानी जाती है। इतिहासकारों का मानना है कि महाभारत में बर्बरीक ने इसी जगह श्री कृष्ण को अपना शीश अर्पित करने की बात कही थी और श्री कृष्ण ने महाभारत के युद्ध से पहले ब्राह्मण रुप धारण करके बर्बरीक की इसी स्थान पर परीक्षा ली थी। बर्बरीक ने एक ही बाण से जिस पीपल के पेड़ पर छेद कर दिए थे, वह पेड़ आज भी यहां मौजूद है। लोग इस पेड़ पर अपनी मनोकामना पूर्ण करने हेतु धागा बांधते हैं। इस मंदिर में एकादशी के दिन लाखों की संख्या में पूरे देश से बाबा खाटू श्याम के श्रद्धालु पहुंचते हैं। बाबा खाटू श्याम के मंदिर में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए अब नायब सिंह सैनी सरकार ने इस मंदिर में पूजा स्थल बोर्ड बनाने हेतु विधेयक-2025 को मंजूरी दी है।