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हरियाणा के मौसम बढ़ाएगा किसानों की टेंशन, ठंड घटने से गेहूं,सरसों समेत इन फसलों को पहुंचेगा नुकसान

एक बार फिर से मौसम बदला और रात को मौसम साफ होने के बाद सुबह के बाद अचानक कोहरा छा गया। कोहरे ने किसानों को कुछ हद तक ख़ुशी जरूर दी है। कोहरा पड़ने से जहां रात के तापमान में गिरावट दर्ज होगी जिससे गेहूं और सरसों को फायदा पहुंचने वाला है। 
 

हरियाणा में लगातार तापमान में बढ़ोतरी देखी जा रही है।  जिसने किसानों की चिंता अब बढ़ने वाली है। 

Haryana Weather Update : हरियाणा में मौसम का प्रभाव अब फसलों पर दिखना शरू हो गया है।  बता दे की हरियाणा में पिछले कुछ दिनों से अप्रेल महीने जैसी कड़ाके की धुप देखने को मिल रही है। जिससे लगातार तापमान में बढ़ोतरी देखी जा रही है।  जिसने किसानों की चिंता अब बढ़ने वाली है। 

आज सुबह छाया कोहरा 

हरियाणा में आज एक बार फिर से मौसम बदला और रात को मौसम साफ होने के बाद सुबह के बाद अचानक कोहरा छा गया। कोहरे ने किसानों को कुछ हद तक ख़ुशी जरूर दी है। कोहरा पड़ने से जहां रात के तापमान में गिरावट दर्ज होगी जिससे गेहूं और सरसों को फायदा पहुंचने वाला है। 


 

आने वाले दिनों में बढ़ेगा तापमान 

अधिक जानकारी के लिए बता दे की प्रदेश में इस बार जनवरी माह में ही मौसम ने ऐसी करवट ले ली हैं कि दिन का तापमान एकदम से बढ़ गया हैं जिससे लोगों को अप्रेल महीने जैसी गर्मी का एहसास होने लगा है। वहीँ आने वाले दिनों में मौसम का रुख और अधिक कड़ा होने वाला है।  जिससे तापमान में बढ़ोतरी होगी।  वहीँ फरवरी महीने के अंत तक तापमान 30 डिग्री तक पहुंचने का अनुमान है। 


किसानों की फसलों को पहुँच रहा है नुकशान 

इस बदलते मौसम का असर सबसे ज्यादा किसानों की चिंता बढ़ा दी है , क्योंकि अभी खेतों में गेहूं की फसल खड़ी हुई हैं। साथ ही सरसों व आलू भी हैं। अगर मौसम में इसी तरह से उतार चढ़ाव रहा तो किसानों की पैदावार पर असर पडेगा।  जिसको लेकर किसानों के चेहरे पर चिंता साफ़ साफ़ दिखाई दे रही है। 


सिरसा और जींद में किसानों ने बताया कि उनके खेतों में अभी गेहूं की फसल खड़ी हैं जिसे कम से कम फरवरी माह तक अभी ठंडा मौसम चाहिए, अगर मौसम गर्म होता हैं तो इसमें गेहूं में झाड़ कम आएगा जिससे उन्हें काफी परेशानी होगी।

 उन्होंने कहा कि अभी सरसों भी खेतों में खड़ी हैं लेकिन इसे ज्यादा नुकसान नहीं होगा। अगर बरसात भी होती हैं और ज्यादा बरसात हो गई, तब भी इन फसलों को काफी नुकसान हो सकता हैं। उनका कहना हैं कि अभी कम से कम एक माह ठंडा मौसम चाहिए जिससे फसल को फायदा होगा।