HARYANA WEATHER: हरियाणा में कल पड़ेगी हाड़ कंपा देने वाली ठंड, मौसम विभाग ने 14 जिलों में किया येलो अलर्ट जारी

HARYANA WEATHER: हरियाणा प्रदेश में पिछले लगातार 8 दिनों से शीतलहर ने लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। शीतलहर और बढ़ती ठंड के कारण प्रदेश के बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक हर कोई परेशान नजर आ रहा है। अब मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए प्रदेश में कल 18 दिसंबर को ठंड बढ़ने का अनुमान लगाया है। इसके अलावा शीतलहर को लेकर प्रदेश के कई जिलों में येलो अलर्ट भी जारी किया है। राज्य में लगातार बढ़ रही ठंड के कारण सबसे ज्यादा परेशानी स्कूल जाने वाले बच्चों को उठानी पड़ रही है। बढ़ती ठंड के प्रकोप के चलते प्रदेश के बच्चे अब स्कूलों में होने वाले शीतकालीन अवकाश का बेसब्री से सभी से इंतजार करने लगे हैं।
हिसार का पर पहुंच जीरो डिग्री के करीब
हरियाणा प्रदेश में चल रही शीतलहर और तेजी से गिर रहे तापमान ने लोगों के रोजमर्रा की जिंदगी में नई समस्याएं पैदा करती है। दिन प्रतिदिन गिरते तापमान के चलते हाड कंपा देने वाली ठंड में जकड़ गए हैं। प्रदेश में हिसार जिले का न्यूनतम तापमान जीरो डिग्री के करीब पहुंच गया है। हिसार जिले में आज मौसम विभाग की और से रात का न्यूनतम तापमान 0.6 डिग्री दर्ज किया गया। हरियाणा प्रदेश में सीजन का यह न्यूनतम तापमान सबसे कम है।
मौसम विभाग ने 14 जिलों में किया ठंड को लेकर येलो अलर्ट जारी
हरियाणा प्रदेश के कई जिलों में लगातार पिछले कई दिनों से शीतलहर चल रही है। शीतलहर चलने के कारण ठंड पड़ने के साथ-साथ किसानों की फसलों में भी नुकसान हो रहा है। शीतलहर के कारण प्रदेश में झुगी झोपड़ियों में रहने वाले लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। मौसम विशेषज्ञ के पूर्वानुमान के तहत कल भी प्रदेश में शीत लहर का दौर जारी रहेगा। मौसम विभाग ने प्रदेश के 14 जिलों में कल शीतलहर और कोहरे का यलो अलर्ट जारी किया है। इसके साथ-साथ तापमान में भी गिरावट दर्ज की जा सकती है। हरियाणा प्रदेश में मौसम में लगातार बदलाव होने के कारण पिछले 8 दिनों से रात के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है।
हरियाणा प्रदेश के कई जिलों में लगातार पिछले कई दिनों सेजमाव बिंदू की ओर जा रहे तापमान से जनजीवन अस्त-व्यस्त होना शुरू हो गया है। हिसार में पिछला एक सप्ताह मनाली शिमला से भी ठंडा गुजरा है। अभी 14 जिले शीतलहर की चपेट में हैं। मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि 20 दिसंबर तक प्रदेश में शीतलहर का दायरा घट सकता है, लेकिन खत्म नहीं होगी। कई जगह पाला जमने के आसार हैं। वहीं, सोमवार सुबह पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र व कैथल के देहात में धुंध की चादर देखने को मिली। दृश्यता 25 से 30 मीटर दर्ज की गई। हालांकि, शहर में धुंध से राहत देखने को मिली है।
मौसम विभाग का मानना है कि अभी धुंध के बजाय शीतलहर का प्रभाव ज्यादा देखने को मिलेगा। फिलहाल, एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र की ओर बढ़ रहा है। हालांकि, इससे किसी महत्वपूर्ण मौसमी गतिविधि की उम्मीद नहीं है। लेकिन यह उत्तर के मैदानी इलाकों में चल रही ठंडी हवाओं को धीमा कर सकता है, जिससे न्यूनतम तापमान में हल्की वृद्धि हो सकती है।