Air India Crash: 'टाटा समूह के इतिहास का सबसे काला दिन...', विमान हादसे के एक दिन बाद बोले टाटा समूह के मुखिया
कर्मचारियों को भेजे गए एक आंतरिक संदेश में टाटा समूह के मुखिया ने कहा कि जब टाटा संस ने एअर इंडिया का अधिग्रहण किया था
अहमदाबाद में एअर इंडिया विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के एक दिन बाद टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने शुक्रवार को यह बात कही। उन्होंने विमान हादसे के दिन को एअर इंडिया के इतिहास का सबसे काला दिन भी बताया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एयर इंडिया का स्वामित्व रखने वाला समूह विमान हादसे से जुड़ी सूचना देने के लिए अपनी प्रणाली में पूरी पारदर्शिता रखेगा।
यात्रियों की सुरक्षा पहली और सर्वोच्च प्राथमिकता: चंद्रशेखरन
कर्मचारियों को भेजे गए एक आंतरिक संदेश में टाटा समूह के मुखिया ने कहा कि जब टाटा संस ने एअर इंडिया का अधिग्रहण किया था, तो यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना उनकी पहली और सर्वोच्च प्राथमिकता थी और "इससे कोई समझौता नहीं किया गया।
हादसे में विमान पर सवार 241 लोगों की चली गई जान
टाटा समूह के प्रमुख की ओर से कर्मचारियों को भेजा गया यह संदेश एयर इंडिया के लंदन जाने वाले बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान के अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त होने के एक दिन बाद सामने आया है। इस विमान में सवार 242 लोगों में से 241 लोगों की मौत हो गई थी। यह देश की सबसे भीषण हवाई दुर्घटनाओं में से एक थी।
नियमित उड़ान आपदा में कैसे बदली, प्रशिक्षित जांचकर्ता करेंगे पता
उन्होंने कहा कि इस समय समूह की कोशिश ऐसी व्याख्याओं की तलाश है जो इस आपदा के लिए सार्थक हों। चारों ओर इस बारे में बहुत सारी अटकलें हैं। इसमें से कुछ सही हो सकती हैं, कुछ गलत भी हो सकती हैं। इसलिए मैं धैर्य रखने का आग्रह करना चाहता हूं।
चंद्रशेखरन ने कहा, "यह नियमित उड़ान आपदा में क्यों बदल गई, यह जानने में प्रशिक्षित जांचकर्ता हमारी मदद करेंगे, जब उनका काम पूरा हो जाएगा। एक बार जब हम तथ्यों की पुष्टि कर लेंगे, तो हम इस त्रासदी के बारे में अपनी जानकारी में पारदर्शिता लाएंगे।"