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HOME LAON की EMI चुकाना हो जाएगा बेहद आसान, बस फॉलो करें ये आसान स्टेप्स 

होम लोन किसी भी बैंक या फाइनेंस कंपनी से करवा लेते हैं लेकिन उसमें ब्याज अधिक होता है तो आप किसी ऐसे बैंक के पास लोन ट्रांसफर करा सकते हैं जो कम ब्याज दर पर लोन दे। होम लोन ट्रांसफर कॉफी अच्छा विकल्प बन जाता है लेकिन लोन ट्रांसफर करने से पहले आपको अतिरिक्त लागत के बारे में भी जरूर जानकारी लेनी चाहिए
 
बस फॉलो करें ये आसान स्टेप्स

HOME LOAN: होम लोन लेने के बाद सबसे बड़ी टेंशन होती है मासिक किस्त भरना। यानी होम लोन की रकम बहुत बड़ी होती है, तो इसकी ई एम आई भी काफी लंबे समय तक भरनी पड़ती है। आईए जानते हैं कि ई एम आई कम हम कैसे कर सकते हैं।

होम लोन की डाउन पेमेंट (home loan down payment)

अगर आपको होम लोन लेना है तो आप सबसे पहले एक बड़ी पेमेंट इकट्ठा कर ले, ताकि डाउन पेमेंट ज्यादा कर सके। आप जितनी अधिक डाउन पेमेंट करेंगे उतना ही ई एम आई का बोझ कम होगा। होम लोन लेते समय आपके घर की कुल कीमत का 25% हिस्सा डाउन पेमेंट में करना चाहिए। जैसे कि आपने एक करोड रुपए का घर लिया है तो आपको 25 लाख रुपए की डाउन पेमेंट करनी होगी।

होम लोन की ईएमआई घटाने के लिए प्री पेमेंट करें

आपको जब भी इकट्ठा पैसे मिले तो आप उसमें से कुछ पैसे का होम लोन की फ्री पेमेंट कर दें। इससे इससे लोन की मेंन रकम कम होगी और ईएमआई की समय सीमा घटेगी। लोन की समय सीमा कम होने से आपकी टेंशन कम होगी और आपको बैंक को ब्याज कम चुकाना पड़ेगा। अगर आप पहले से ही प्री पेमेंट करवा देते हैं तो उस करवाई गई पेमेंट का ब्याज नहीं लगता है।

Home loan transfer

कई बार क्या होता है कि हम होम लोन किसी भी बैंक या फाइनेंस कंपनी से करवा लेते हैं लेकिन उसमें ब्याज अधिक होता है तो आप किसी ऐसे बैंक के पास लोन ट्रांसफर करा सकते हैं जो कम ब्याज दर पर लोन दे। होम लोन ट्रांसफर कॉफी अच्छा विकल्प बन जाता है लेकिन लोन ट्रांसफर करने से पहले आपको अतिरिक्त लागत के बारे में भी जरूर जानकारी लेनी चाहिए इसमें प्रोसेसिंग फीस और फॉर क्लोजर फीस जैसे चार्ज भी शामिल कर दिए जाते हैं जिसकी वजह से यह महंगा हो जाता है।

Home loan overdraft

अगर आपने होम लोन लिया है तो आप ओवरड्राफ्ट की सुविधा भी प्राप्त कर सकते हैं इसमें आप अपनी ईएमआई के अलावा भी अपने होम लोन के अकाउंट में पेमेंट जमा कर सकते हैं अकाउंट में अतिरिक्त पेमेंट जमा करने पर आपको ब्याज की दर में भी कमी होगी और लोन की अवधि भी घट जाएगी।

Floating rate loan

अगर आप होम लोन ले रहे हैं तो प्लोटिंग रेट का ऑप्शन भी चुन सकते हैं इस लोन में ब्याज दर बाजार की स्थिति में बदलती रहती है अगर ब्याज दर कम होती है तो आपकी ईएमआई भी काम बनेगी।