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Indian Railway: जींद से गंगानगर का रेलवे का सफर हुआ आसान, श्रीगंगानगर इंटरसिटी सुपरफास्ट ट्रेन के यात्रियों को मिली अब यह सुविधा

एलएचबी कोच की यह विशेषता है कि किसी कारणवश दुर्घटना होने पर ट्रेनों के डिब्बे एक-दूसरे पर नहीं चढ़ेंगे। इससे ट्रेन की रफ्तार में भी इजाफा हुआ है और बाहर से आवाज भी पहले के मुकाबले कम आ रही है। एलएचबी कोच की खासियत यह भी है कि इसमें सेंट्रल कप्लिंग होती है। इस वजह से दो चोगियों को आपस में जोड़ा जाता है।
 
जींद जंक्शन से गुजरने वाली अवध-असम, पतालकोट एक्सप्रेस, जम्मूतवी एक्सप्रेस, शरबत दा भला, नदिड़ एक्सप्रेस, साबरमती एक्सप्रेस, पंजाब मेल में लगे हुए हैं एलएचबी रैक

Indian Railway: जींद से गंगानगर के बीच श्री गंगानगर इंटरसिटी सुपरफास्ट ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों का सफर अब और भी आरामदायक हो जाएगा। रेलवे ने गंगानगर के लिए यात्रा करने वाले जींद के यात्रियों को इस ट्रेन में एक और आधुनिक सुविधाओं से लैस कोच को जोड़ने का फैसला लिया है। आपको बता दें कि जींद से बठिंडा रेलवे ट्रैक पर लंबी दूरी तय करने वाली 12481-82 श्रीगंगानगर इंटरसिटी सुपरफास्ट में एलएचबी कोच लगा दिए हैं। अब यात्री एलएचबी कोच में बैठकर आरामदायक सफर कर सकेंगे।

इस ट्रेन का एलएचबी कोच के साथ संचालन शुरू हो गया है और यात्रियों को सुविधा मिलनी शुरू हो गई है। ये कोच लगने से यात्री पहले की तुलना में अधिक आरामदायक सफर कर सकेंगे। हालांकि, 20409-10 दिल्ली-बठिंडा सुपरफास्ट ट्रेन में यह सुविधा पहले ही मिलनी शुरू हो गई है। दिल्ली-बठिंडा रेलमार्ग पर सभी सुपरफास्ट ट्रेनों में एलएचबी कोच लग चुके हैं, जिससे यात्रियों को सफर के दौरान पहले से बेहतर सुविधा मिलनी शुरू हो गई है। इस ट्रेन में एलएचबी कोच के एक सेकंड एसी, चार थर्ड एसी, चार द्वितीय शयनयान, चार साधारण श्रेणी, एक पावरकार और एक गार्ड श्रेणी डिब्बों सहित कुल 15 डिब्बे हैं।

एलएचबी कोच की विशेषता

एलएचबी कोच की यह विशेषता है कि किसी कारणवश दुर्घटना होने पर ट्रेनों के डिब्बे एक-दूसरे पर नहीं चढ़ेंगे। इससे ट्रेन की रफ्तार में भी इजाफा हुआ है और बाहर से आवाज भी पहले के मुकाबले कम आ रही है। एलएचबी कोच की खासियत यह भी है कि इसमें सेंट्रल कप्लिंग होती है। इस वजह से दो चोगियों को आपस में जोड़ा जाता है।

वहीं, आईसीएफ में खुद की बिजली बनाने की क्षमता है। बिजली को बैटरी में स्टोर कर लिया जाता है। इसी बजह से इस कोच की ट्रेन को 150 तक की स्पीड तक दौड़ा सकते हैं। एलएचबी कोच में बिजली के लिए इस कोच के पीछे जनरेटर कार लगा दिया जाता है। आधे में जेनरेटर लगा होता है और आधे कोच में माल लोड किया जाता है। फिलहाल जींद जंक्शन से गुजरने वाली अवध-असम, पतालकोट एक्सप्रेस, जम्मूतवी एक्सप्रेस, शरबत दा भला, नदिड़ एक्सप्रेस, साबरमती एक्सप्रेस, पंजाब मेल में एलएचबी रैक लगे हुए हैं।

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