खेड़ी मानियर में 100 फुट चौड़ी दरार आने से 80 एकड़ भूमि जलमग्न , फसल में पानी भरने से नुकसान होने पर किसानों ने उठाई मुआवजे की मांग

फतेहाबाद के गांव गदली के समीप रविवार दोपहर को खेड़ी नहर टूट गई। खेड़ी नहर में करीब 110 फुट चौड़ी दरार आने से आसपास की करीब 70 एकड़ भूमि जलमग्न हो गई। खड़ी फसल में पानी भरने से फसल को काफी नुकसान हुआ है। नहर टूटने की सूचना मिलते ही बीघड़ हेड से नहर में पानी बंद करवा दिया गया।
घटना की सूचना मिलने पर सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता ओमप्रकाश बिश्नोई, थाना प्रभारी कुलदीप सिंह व सरपंच सुनीता देवी मौके पर पहुंचे। थाना प्रभारी ने घटना के बारे में विभाग के उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया। नहर से पानी बंद होने के बाद टूटी पटरी को पाटने का काम शुरू होगा। बीघड़ हेड से निकलकर राजस्थान से सटे गांव खेड़ी तक जाने वाली खेड़ी नहर पर करीब 30 से भी अधिक गांवों के किसान सिंचाई के लिए निर्भर रहते हैं। नहर बंदी के बाद शुक्रवार को पानी छोड़ा गया था। खेड़ी नहर में रविवार दोपहर को बुर्जी नंबर 74 हजार राइट पर पटरी के नीचे से पानी बहना शुरू हो गया। कुछ देर में ही नहर की पटरी टूटकर करीब 110 फुट चौड़ी दरार हो गई। पटरी टूटने से पानी बहकर करीब 70 एकड़ भूमि में फैल गया। पटरी टूटने वाली स्थान पर आसपास की भूमि में काफी मिट्टी जमा हो गई, जिससे फसल मिट्टी में दब गई।
किसान सतबीर, साहबराम, पवन कुमार, प्रवीण कुमार, जयपाल व राजपाल सहित अनेक किसानों ने बताया कि नहर टूटने से फसल खराब हो गई। अधिकतर पंचायती भूमि किसानों ने ठेके पर लेकर गेहूं फसल की बिजाई कर रखी थी। पानी भरने से ट्यूबवेल भी खराब हो गए हैं। किसानों ने जिला प्रशासन से पानी भरने से खराब हुई फसल का मुआवजा देने की मांग उठाई। सिंचाईविभाग के अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर जेसीबी की सहायता से टूटी पटरी को पाटने का काम शुरू करेंगे। फिलहाल नहर से पानी बंद किया गया है। पानी बंद होते ही पटरी को पाटने का काम शुरू किया जाएगा।