UPSC के लिए छोड़ दी सऊदी अरब में प्रोफेसर की जॉब, छोटी उम्र में शादी के बाद कड़ी मेहनत से ऐसे बनी IPS अफसर

IPS Bushra Bano Sucess Story: UPSC की परीक्षा क्लियर करना आज के समय लाखों युवाओं का सपना है। कई इस मुकाम को पाने के लिए दिन रात मेहनत करते है जबकि कुछ लोग इस सपने को पूरा करने के लिए कई सालों से प्रयास कर रहे है। लेकिन हम आप को एक ऐसी कहानी बताने जा रहे है। जिसका सघर्ष आपको भी प्रेरित करेगा। जिसने सऊदी अर्ब में नौकरी छोड़ अपने देश की सेवा करने के बारे में सोचा और अपना सपना साकार किया।
जी हाँ हम बात कर रहे है बुशरा बानो जिन्होनें यूपीएससी सिविल सर्विस 2020 बैच की आईपीएस ऑफिसर हैं। उन्होंने सिविल सर्विस की परीक्षा साल 2018 में भी क्रैक की थी लेकिन उसके बाद भी उन्होंने इसे नहीं अपनाया था।
UP के कन्नौज जिले की रहने वाली है बुशरा बानो
बुशरा बानो का जन्म उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में हुआ। उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (Aligarh Muslim University) से पढ़ाई की है। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से पीएचडी मैनेजमेंट की डिग्री हासिल की है।
छोटी उम्र में शादी
अधिक जानकरी के लिए बता दे की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से पीएचडी मैनेजमेंट ( PHD Management) की पढ़ाई के दौरान ही बुशरा की शादी हो गई। शादी के बाद बुशरा अने पति के साथ सऊदी अरब चली गईं।
सऊदी अरब जैसे देश में बनीं असिस्टेंट प्रोफेसर
बुशरा बानो सऊदी अरब जाकर असिस्टेंट प्रोफेसर ( Assistant Professor)बन गईं। उन्होंने कॉलेज में मैनेजमेंट फैकल्टी के तौर पर काम किया। इस दौरान उनका मन सिविल सर्विस में जाने का हुआ और उन्होंने नौकरी छोड़ दी।
2020 में दुबारा क्लियर किया UPSC
साल 2020 में उन्होंने फिर से इस परीक्षा को क्रैक किया। इस बार उन्हें ऑल ओवर इंडिया( Over India) में 234वां रैक प्राप्त हुआ था।उन्होंने साल 2018 में UPSC परीक्षा रैंक 277 के साथ क्रैक किया। उन्हें IRMS सर्विस मिला लेकिन बुशरा ने सर्विस ज्वॉइन नहीं की।
उनका चयन IPS सर्विस के लिए हो गया। बुशरा का मानना है कि यूपीएससी की तैयारी ( UPSC preparation) के दौरान ऑप्शनल सब्जेक्ट काफी समझ सोचकर चुनना चाहिए।