Gold silver price: सोना चांदी होंगे अब सस्ते, त्यौंहारी सीजन बीतने के बाद सोने और चांदी के दामों में आएगी गिरावट

Gold silver price: देश में आजकल चारों तरफ सोने और चांदी के दामों की चर्चा चल रही है। सोने के दाम दिन-प्रतिदिन नई कीमतों के साथ नए आयाम छू रहे हैं। आपको बता दें कि भारत के अंदर सोने और चांदी की सबसे अधिक खरीदारी दिवाली त्योंहार पर होती है। इस बार दिवाली के त्योंहार पर सोने और चांदी की कीमतों ने नए रिकॉर्ड भी बना दिए हैं। लेकिन अब सोने और चांदी का कारोबार करने वाले जानकारों की माने तो इनके दामों में कमी देखने को मिलेगी। सोने और चांदी का कारोबार करने वाले जानकार बताते हैं कि देश के अंदर त्यौंहार का सीजन बितने के बाद अब सोने और चांदी की कीमतों में भी गिरावट आ सकती है। इस बार दिवाली पर चांदी के दाम 1 लाख रुपए प्रति किलोग्राम से भी ऊपर चले गए थे, तो वही सोने के दामों की बात करें तो सोने की कीमतों ने भी इस दिवाली पर सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। सोने और चांदी की कीमतों में हुई इस भारी बढ़ोतरी के पीछे वर्ल्ड के कई देशों में चल रहे गृह युद्ध को भी माना जा रहा है। लेकिन अब सोने का कारोबार करने वाले कारोबारी बताते हैं कि लोगों को सोने और चांदी की कीमतों में कुछ नरमी देखने को मिल सकती है।
सोना, चांदी के आभूषणों के निर्यात के लिए अपव्यय मानदंडों में संशोधन
सरकार ने सोने, चांदी और प्लेटिनम के आभूषणों के निर्यात के संबंध में अपव्यय (बर्बादी) की स्वीकृत मात्रा से संबंधित मानदंडों में शुक्रवार को संशोधन कर दिया। अपव्यय मानदंड सोने या चांदी की वह उचित मात्रा है जो निर्यात के लिए आभूषण बनाए जाते समय बर्बाद हो सकती है। विदेश व्यापार महानिदेशालय ने कहा, 'आभूषणों के निर्यात के संबंध में बर्बादी के उचित और मानक मानदंडों को संशोधित किया गया है।' नए मानदंड अगले साल एक जनवरी से लागू होंगे। उद्योग के एक अधिकारी ने कहा कि अपव्यय मानदंडों को 27 मई को जारी पिछले मानदंडों से थोड़ा संशोधित किया गया है। पिछले मानदंड जारी होने पर उद्योग ने सरकार से इस मुद्दे पर विचार करने का आग्रह किया था। उसमें आभूषण श्रेणियों में अपव्यय मानदंडों को कम कर दिया गया था। वाणिज्य मंत्रालय ने इन चिंताओं पर गौर करने के बाद उन नियमों के कार्यान्वयन को दिसंबर 2024 तक के लिए टाल दिया था। अब मंत्रालय ने संशोधित मानदंड जारी कर दिए हैं और सोना-चांदी उद्योग ने इनका स्वागत किया है। मई में सादे सोने और प्लेटिनम के आभूषणों में वजन के हिसाब से अपव्यय 2.5 प्रतिशत से घटाकर 0.5 प्रतिशत और चांदी में 3.2 प्रतिशत से घटाकर 0.75 प्रतिशत कर दिया गया था।
जड़ाऊ आभूषणों में, सोने, चांदी और प्लेटिनम के आभूषणों में अपव्यय को पहले के 5 प्रतिशत से घटाकर 0.75 प्रतिशत कर दिया गया था। शुक्रवार को घोषित नए मानदंडों के अनुसार, सोने और प्लेटिनम के हस्तनिर्मित आभूषणों में वर्तमान में लागू 2.5 प्रतिशत से 2.25 प्रतिशत की बर्बादी की अनुमति है और चांदी के आभूषणों में 3.2 प्रतिशत से 3 प्रतिशत की बर्बादी की अनुमति है। मशीनों द्वारा बनाए गए सोने और प्लेटिनम के आभूषणों के लिए 0.45 प्रतिशत बर्बादी की अनुमति है जबकि चांदी के मामले में यह 0.5 प्रतिशत तक कम हो गई है।