Success story: फतेहाबाद जिले की बेटी ने लहराया सफलता का परचम, सरकारी स्कूल से अमेरिका तक का सफर किया तय

Success story: हरियाणा प्रदेश के फतेहाबाद जिले के टोहाना में जन्मी काजल की सफलता के चर्चे इन दिनों पूरे राज्य के साथ-साथ देश में भी हो रहे हैं। किसी ने नहीं सोचा था कि सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली काजल एक दिन अमेरिका के वाशिंगटन शहर में जाकर ट्रेनिंग करेगी। काजल बचपन से ही प्रतिभा थी। घर के माली हालत इतनी खस्ता थी कि काजल को उसके पिता ने प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने से असमर्थता जताते हुए सरकारी स्कूल में दाखिला करवा दिया। लेकिन काजल ने विपरीत परिस्थितियों के बावजूद कभी हार नहीं मानी। उन्होंने मन लगाकर पढ़ाई की और दसवीं की परीक्षा में टॉप किया। दसवीं की परीक्षा में टॉप पर आने के बाद काजल की काबिलियत को देखते हुए कई लोग उनके समर्थन में खड़े हो गए।
सुपर-100 योजना से की अपनी सफलता की शुरुआत
काजल ने दसवीं कक्षा में टॉप करने के बाद सुपर-100 योजना से अपनी सफलता की सीढ़ी की शुरुआत की। काजल ने सुपर-100 की परीक्षा में अच्छा रैंक हासिल कर फतेहाबाद जिले का नाम रोशन कर दिया। सुपर-100 मैं अच्छा रैंक मिलने के बाद काजल ने रेवाड़ी से कोचिंग ली। साथ ही साथ उन्होंने 12वीं की परीक्षा भी पास कर ली और जेई मेंस में भी टॉप रही। काजल की सफलता की कामयाबी यही नहीं थमी। जेई मेंस में टॉप करने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने खुद उन्हें फोन कर पंचकूला बुलाया और बांबे आईआईटी में चयन होने की बधाई दी।
बॉम्बे आईआईटी से कोर्स पूरा करने के बाद माइक्रोसॉफ्ट कंपनी बेंगलुरु में 31 लाख रुपए का लगा काजल का पैकेज
हरियाणा प्रदेश के फतेहाबाद जिले में जन्मी काजल ने मुंबई आईआईटी से अपना कोर्स पूरा करने के बाद पहला पैकेज माइक्रोसॉफ्ट कंपनी बेंगलुरु से 31 लाख रुपए का लिया। इसके बाद हाल ही में काजल ट्रेनिंग के लिए अमेरिका के वॉशिंगटन शहर की यात्रा पर भी गई थी। फतेहाबाद जिले के छोटे से कस्बे टोहाना कि ग्रामीण पृष्ठभूमि से निकली और सरकारी स्कूल में पड़ी सिमरन ने दूसरे बच्चों के लिए भी प्रेरणा बनने का काम कर दिया है।
काजल द्वारा सरकारी स्कूल से अमेरिका तक सफर तय करने पर पिता बोले - यह मेरे लिए सपने जैसा
फतेहाबाद जिले की काजल ने आज अपने परिवार के साथ-साथ जिले का भी पूरे देश में नाम रोशन कर दिया है। आज संपूर्ण हरियाणा प्रदेश में हर कोई उनकी सफलता के कसीदे पढ़ रहा है। काजल के सरकारी स्कूल से सफर की शुरुआत करने के बाद अमेरिका तक की यात्रा पर उनके पिता खुशी से फुले नहीं समा रहे हैं। काजल के पिता शुभ चरण कहते हैं की बेटी का यह सफर मेरे लिए किसी सपने जैसा है। हम कभी सोच भी नहीं सकते थे कि एक सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली गरीब घर की बेटी अमेरिका तक का भी सफर तय कर सकती है। उन्होंने कहा कि आज मेरी बेटी ने परिवार के साथ-साथ राज्य का भी नाम रोशन कर दिया है।